भारत में पिछले 24 घंटे में 36,401 नए COVID-19 केस, अब तक कुल 50.03 करोड़ टेस्ट हुए

भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 3,64,129 है, जो कि पिछले 149 दिनों में सबसे कम है. वहीं रिकवरी रेट 97.53 प्रतिशत है. अब तक कुल 56.64 करोड़ वैक्सीनेशन हो चुका है.

भारत में पिछले 24 घंटे में 36,401 नए COVID-19 केस, अब तक कुल 50.03 करोड़ टेस्ट हुए

देश में कोरोना वायरस के मामले आज 40 हजार से कम आए हैं...

नई दिल्ली:

कोरोना के मामले आज फिर 40 हजार से कम आए हैं. पिछले 24 घंटे में 36,401 नए केस सामने आए हैं और 530 लोगों की मौत हुई. भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 3,64,129 है, जो कि पिछले 149 दिनों में सबसे कम है. वहीं रिकवरी रेट 97.53 प्रतिशत है.पिछले 24 घंटे में 39,157  मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं. वहीं अब तक कुल  3,15,25,080 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. वीकली पोजिटिविटी रेट 1.95% है जो कि पिछले 55 दिनों से 3 प्रतिशत से नीचे है. डेली पोजिटिविटी रेट 1.94% है. ये पिछले 24 दिनों से 3 प्रतिशत से नीचे है. वहीं अब तक कुल 50.03 करोड़ टेस्ट हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में वैक्सीन की 56,36,336 डोज दी गईं. अब तक कुल वैक्सीनेशन 56,64,88,433 हो चुका है.

दिल्ली में लगातार नीचे गिर रहा है कोरोना का ग्राफ

वहीं राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना का ग्राफ दिन पर दिन नीचे गिरता जा रहा है. बुधवार को आए दिल्ली के आंकड़े बेहद राहत देने वाले हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना पॉजिटिविटी रेट दिल्ली में आज बुधवार को अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया. दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर पहली बार 0.05 फीसदी हुई है. दिल्ली में बीते 24 घंटे में सिर्फ 36 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं.

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अमेरिका में लोगों को लगेगा वैक्सीन का बूस्टर शॉट 
कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते खतरे के बीच अमेरिका ने वैक्सीन को लेकर बड़ा फैसला लिया है. अमेरिका में अब लोगों को कोरोना वैक्सीन के बूस्टर शॉट्स दिए जाएंगे. समय के साथ कोविड -19 टीकाकरण प्रभावकारिता कम हो रही है.अमेरिकी अधिकारियों ने बुधवार को चेतावनी दी कि उन्होंने सभी अमेरिकियों के लिए 20 सितंबर से बूस्टर शॉट्स को अधिकृत किया है. वैक्सीन का बूस्ट शॉट व्यक्ति के पूरी तरह से टीकाकरण के आठ महीने बाद शुरू होता है. देश के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक बयान में कहा, "उपलब्ध डेटा से स्पष्ट है कि टीकाकरण की प्रारंभिक खुराक के बाद समय के साथ (कोरोनावायरस) संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा कम होने लगती है. वहीं, डेल्टा संस्करण के बढ़ते प्रकोप के बीच हमें हल्के और मध्यम रोग के खिलाफ कम सुरक्षा के सबूत देखने को मिल रहा है."