अलीपुर के स्कूल में निरीक्षण करते हुए उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया।
नई दिल्ली:
स्कूल में बदइंतजामी की जवाबदेही तय करते हुए दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन (नार्थ वेस्ट) नीना कुमारी और एजुकेशन ऑफिसर के के सोरटे को सस्पेंड कर दिया। प्रिंसिपल आशाराम को नौकरी से हटाने और एक लैब असिस्टेंट रामबीर सिंह दहिया को जबरन रिटायर करने के आदेश दिए गए हैं।
उप मुख्यमंत्री ने किया औचक निरीक्षण
उप-मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया शुक्रवार को दोपहर बाद अचानक गवर्नमेंट ब्वायज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, अलीपुर पहुंच गए। वहां उन्होंने पाया कि एक हॉल में 4 कक्षाएं चल रही हैं जबकि स्कूल में 10 कमरे बंद पड़े हैं। बच्चों की पढ़ाई के लिए बने कई कमरे शिक्षकों और कर्मचारियों की मोटर साइकिलें खड़ी करने के काम आ रहे हैं।
प्रयोगशालाओं और कक्षाओं में वर्षों से जाले नहीं हटाए गए। कई कक्षाओं में कूड़ेदान नहीं हैं और वहां कोने में कूड़ा पड़ा हुआ है। विज्ञान की प्रयोगशालाओं में उपकरण नहीं हैं, बल्कि मोटरसाइकिलें खड़ी हैं।
विद्यार्थियों ने लैब असिस्टेंट की शक्ल नहीं देखी
11वीं के विद्यार्थियों ने उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को बताया कि उन्होंने आज तक कैमिस्ट्री के लैब असिस्टेंट रामबीर सिंह दहिया की शक्ल नहीं देखी। कैमिस्ट्री शिक्षक ने बताया कि उन्होंने लैब असिस्टेंट के स्कूल से गायब रहने की लिखित शिकायत प्रिंसिपल से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कैमिस्ट्री के शिक्षक ने बताया कि लैब असिस्टेंट अटेंडेंस रजिस्टर में दस्तखत करके निकल जाते हैं।
फंड का इस्तेमाल नहीं किया
स्कूलों में छोटे-मोटे काम विद्यालय कल्याण समिति के फंड से कराए जा सकते हैं। सरकार हर साल इस फंड में 2 लाख रुपये स्कूलों को देती है। इतनी बदइंतजामी के शिकार इस स्कूल में स्कूल प्रशासन ने अगस्त, 2014 के बाद विद्यालय कल्याण समिति के फंड के इस्तेमाल की जरूरत नहीं समझी।
स्कूल परिसर में भारी गंदगी
डेंगू को लेकर तमाम चेतावनियों के बावजूद स्कूल प्रशासन पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। स्कूल में गंदगी के ढेर हैं। यह मच्छरों के पनपने के लिए सबसे मुफीद जगह है। स्कूल को लेकर तमाम शिकायतों के बावजूद डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन ने पिछले पांच साल से यहां आने की जहमत नहीं उठाई। इस स्कूल में एक जिम भी है जिसके उपकरणों पर धूल जमी हुई है और वह यहां-वहां पड़े हुए हैं। टायलेट गंदे और टूटे हुए हैं। एक टॉयलेट में पानी भरा हुआ है।
लापरवाह कर्मचारियों की खैर नहीं
उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह लोग हमारे बच्चों की जिंदगी और करियर दोनों तबाह कर रहे हैं। यह लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे। सरकार जवाबदेही तय करेगी और लापरवाही बरतने वालों के साथ बेहद सख्ती से पेश आएगी।
उप मुख्यमंत्री ने किया औचक निरीक्षण
उप-मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया शुक्रवार को दोपहर बाद अचानक गवर्नमेंट ब्वायज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, अलीपुर पहुंच गए। वहां उन्होंने पाया कि एक हॉल में 4 कक्षाएं चल रही हैं जबकि स्कूल में 10 कमरे बंद पड़े हैं। बच्चों की पढ़ाई के लिए बने कई कमरे शिक्षकों और कर्मचारियों की मोटर साइकिलें खड़ी करने के काम आ रहे हैं।
प्रयोगशालाओं और कक्षाओं में वर्षों से जाले नहीं हटाए गए। कई कक्षाओं में कूड़ेदान नहीं हैं और वहां कोने में कूड़ा पड़ा हुआ है। विज्ञान की प्रयोगशालाओं में उपकरण नहीं हैं, बल्कि मोटरसाइकिलें खड़ी हैं।
विद्यार्थियों ने लैब असिस्टेंट की शक्ल नहीं देखी
11वीं के विद्यार्थियों ने उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को बताया कि उन्होंने आज तक कैमिस्ट्री के लैब असिस्टेंट रामबीर सिंह दहिया की शक्ल नहीं देखी। कैमिस्ट्री शिक्षक ने बताया कि उन्होंने लैब असिस्टेंट के स्कूल से गायब रहने की लिखित शिकायत प्रिंसिपल से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कैमिस्ट्री के शिक्षक ने बताया कि लैब असिस्टेंट अटेंडेंस रजिस्टर में दस्तखत करके निकल जाते हैं।
फंड का इस्तेमाल नहीं किया
स्कूलों में छोटे-मोटे काम विद्यालय कल्याण समिति के फंड से कराए जा सकते हैं। सरकार हर साल इस फंड में 2 लाख रुपये स्कूलों को देती है। इतनी बदइंतजामी के शिकार इस स्कूल में स्कूल प्रशासन ने अगस्त, 2014 के बाद विद्यालय कल्याण समिति के फंड के इस्तेमाल की जरूरत नहीं समझी।
स्कूल परिसर में भारी गंदगी
डेंगू को लेकर तमाम चेतावनियों के बावजूद स्कूल प्रशासन पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। स्कूल में गंदगी के ढेर हैं। यह मच्छरों के पनपने के लिए सबसे मुफीद जगह है। स्कूल को लेकर तमाम शिकायतों के बावजूद डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन ने पिछले पांच साल से यहां आने की जहमत नहीं उठाई। इस स्कूल में एक जिम भी है जिसके उपकरणों पर धूल जमी हुई है और वह यहां-वहां पड़े हुए हैं। टायलेट गंदे और टूटे हुए हैं। एक टॉयलेट में पानी भरा हुआ है।
लापरवाह कर्मचारियों की खैर नहीं
उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह लोग हमारे बच्चों की जिंदगी और करियर दोनों तबाह कर रहे हैं। यह लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे। सरकार जवाबदेही तय करेगी और लापरवाही बरतने वालों के साथ बेहद सख्ती से पेश आएगी।
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