ऑड-ईवन फार्मूला : डीएनडी पर 15 फीसदी कार कम हुईं, टू व्हीलर 4 फीसदी बढ़े

ऑड-ईवन फार्मूला : डीएनडी पर 15 फीसदी कार कम हुईं, टू व्हीलर 4 फीसदी बढ़े

प्रतीकात्‍मक फोटो

नई दिल्‍ली:

दिल्ली में ऑड-ईवन नियम लागू होने के बाद ट्रैफिक में कमी देखी जा रही है जिससे लोग अपने घर-दफ्तर पहले से कम समय में पहुंच रहे हैं। लेकिन असल में ट्रैफिक में कितनी गिरावट आई है  या कारों की संख्या कारों की संख्या कितनी कम हुई, इसका कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है।

लेकिन दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाले सबसे अहम रूट डीएनडी को संभालने वाली कंपनी ने इस पर अपने आंकड़े जारी कर दिए हैं। कंपनी के मुताबिक, ऑड-ईवन नियम लागू होने के बाद कुल ट्रैफिक में करीब 11 फीसदी की कमी आई है। नोएडा टोल ब्रिज कंपनी के डायरेक्टर ऑपरेशन्स अनवर अब्बासी ने बताया कि 'कुल ट्रैफिक जहां 11फीसदी घट गया है वहीं कारों की संख्या में 15 फीसदी की कमी आई है जबकि टू व्हीलर की संख्या करीब 4 फीसदी बढ़ गई है।' यही नहीं,  डीएनडी पर सुबह 6-7 बजे का ट्रैफिक 10 फीसदी बढ़ा है जबकि 7-8 बजे में ट्रैफिक करीब 4 फीसदी बढ़ा है।

कार वाले शिफ्ट हुए टू व्‍हीलर की ओर
इसका मतलब ये निकाला जा रहा है कि कार वाले लोग अब टू व्हीलर पर शिफ्ट हो गए हैं और दूसरा, ऑड-ईवन नियम से बचने के लिए लोग 8 बजे से ज़्यादा निकल रहे हैं क्योंकि यह नियम सुबह 8 से रात 8 बजे तक ही लागू होता है। डीएनडी पर डेली करीब सवा लाख का ट्रैफिक है जिसमे अभी तक 80 फीसदी कार, 19 फीसदी टू व्हीलर और 1 फीसदी हैवी व्हीकल शामिल थे लेकिन ऑड-ईवन से ये आंकड़ा अब गड़बड़ा गया है। इस आंकड़े को एक सैंपल के तौर पर भी देखा जा सकता है जिससे पता चलेगा कि दिल्ली में ओड इवन से ट्रैफिक पर किस तरह का असर पड़ा है।

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यह व्‍यवस्‍था 15 जनवरी के बाद भी रहे
नोएडा टोल ब्रिज कंपनी (ऑपरेशंस) के अनवर अब्‍बासी के अनुसार, कुल ट्रैफिक करीब 11 फीसदी घटा है। उनके मुताबिक, कार ट्रैफिक करीब 15 फीसदी घटा जबकि टू व्हीलर ट्रैफिक करीब 4 फीसदी बढ़ा है। इसी तरह सुबह 6 से 7 का ट्रैफिक करीब 10 फीसदी और 7 से 8 बजे का ट्रैफिक करीब 3.5 फीसदी बढ़ा है। रोजाना मालवीय नगर से नोएडा अप-डाउन करने वाले इरफ़ान अहमद कहते हैं, 'मेरे पास ऑड नम्बर की कार है इसलिए आज मैं टू व्हीलर पर आया हूं। अगर ऑड-ईवन का चक्‍कर न होता तो मैं कार से आता। ऑड- इवन नियम से बड़ी राहत है और ट्रैफिक बहुत कम है। इस व्‍यवस्‍था को 15 जनवरी के बाद भी जारी रखना चाहिए। '