अमेरिका-ईरान संकट का असर, भारतीय बाजार में सोने की कीमत में उतार चढ़ाव, मंगलवार को 41 हजार प्रति 10 ग्राम से नीचे आया सोना

Gold Rate: विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों से भारतीय बाजार में सोने के दाम में लगातार तेजी बनी हुई है.

अमेरिका-ईरान संकट का असर, भारतीय बाजार में सोने की कीमत में उतार चढ़ाव, मंगलवार को 41 हजार प्रति 10 ग्राम से नीचे आया सोना

Gold Rate: भारत में सोने की कीमत पहुंची रिकॉर्ड स्तर पर

नई दिल्ली:

खाड़ी क्षेत्र में ईरान और अमेरिका के बीच तनाव का भारत के सर्राफा बाजार पर प्रतिकुल असर देखने को मिल रहा है. विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों से भारतीय बाजार में सोने के दाम (Gold Rate) में लगातार तेजी बनी हुई है. विश्व बाजार में भी सोने की कीमत में तेजी आयी है. शुक्रवार के बाद से ही भारतीय बाजार में सोने की कीमत में हर दिन तेजी देखने को मिली है. शुक्रवार  को कीमतों में 588 रुपये की उछाल हुई थी वहीं सोमवार को भारतीय वायदा बाजार में सोने की कीमत में 857 रुपये की तेजी देखने को मिली और सोना 41 हजार के आंकड़ों को भी पार कर गया. भारतीय बाजारों में सोने की कीमत सोमवार को  41,096 तक पहुंच गई थी.

सोने और चांदी के भाव में गिरावट, सोना प्रति 10 ग्राम 38,460 रुपये पर पहुंचा

कमोडिटी बाजार विशेषज्ञों ने शुक्रवार को आशंका जताया था कि सोना एमसीएक्स पर जल्द ही 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ सकता है. और उनकी बात सोमवार को बाजार की शुरुआत के साथ ही सही साबित हो गई और सोना अपने रिकॉर्ड उंचाई तक पहुंच गया. एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (एनर्जी व करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता के अनुसार सोना में निवेशकों को एक साल के दौरान भारत में 23.77 फीसदी, जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 18.28 फीसदी का रिटर्न मिला है. इसलिए पीली धातु में निवेश के प्रति निवेशकों का रुझान बना हुआ है. 

सोने की कीमत (Gold Rate) भारत के साथ-साथ अन्य देशों को भी प्रभावित कर रही है, भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी सोने की कीमत आसमान को छू रही है. एक तरफ भारतीय बाजार में खाड़ी संकट के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में सोमवार तक लगतार गिरावट हुई थी वहीं सोने के निवेशकों में उत्साह देखने को मिल रहा था.

वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख का असर सोना और चांदी के भाव में तेजी

सोने की कीमत को लेकर भारतीय बाजार में अब तक ऐसा माना जाता था कि सोने की मांग काफी कुछ संस्कृति, परंपरा, सौंदर्य और वित्तीय सुरक्षा से जुड़ी है. लेकिन वेश्विक संकट के बाद निवेशकों ने उस धारणा को गलत बताया है और बाजार में जमकर निवेश की गई है. इससे पहले भारतीय बाजार में इस तरह की तेजी वर्ष 2013 में देखने को मिली थी. जब सोना 35 हजार के आंकड़ों को पार कर गया था. 

सोने के बढ़ते दामों ने आम लोगों को भी मुश्किल में डाल दिया है. जिन लोगों को अपने बच्चों की शादी या दूसरे मौके के लिए सोना खरीदना हो उन्हें तो तुरंत में फैसला लेने की जरूरत है. सोने की कीमत में बढ़ोतरी का असर भारतीय निम्न मध्यम वर्ग में अधिक देखने को मिलती है. हालांकि बाजार के जानकारों की तरफ से भी अभी साफ तौर पर नहीं कहा गया है कि सोने की कीमत में उछाल का दौर कब तक चलता रहेगा. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

VIDEO: बिना हॉल मार्क नहीं बिक सकेंगे सोने के आभूषण