बिहार में हाल में हुए विस्फोटों की जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियों ने इस साल बोधगया में हुए विस्फोटों में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) की भूमिका के बारे में ‘निश्चित संकेत’ मिलने का दावा किया है।
जांच टीम में मौजूद सूत्रों ने बताया कि रांची के एक गेस्ट हाउस से दस्तावेज बरामद किए गए हैं जहां आईएम के संदिग्ध आतंकवादी ठहरे हुए थे।
उन्होंने बताया कि दस्तावेजों से उन स्थानों का पता चलता है कि बोधगया के आसपास किन स्थानों पर बम रखे जाने थे।
इस साल 7 जुलाई को महाबोधि मंदिर परिसर करीब 10 धमाकों से दहल गया था जिसमें दो बौद्ध भिक्षु सहित पांच लोग घायल हो गए थे। तीन अन्य बमों में विस्फोट नहीं हुआ था।
यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपा गया था जिसने स्केच तैयार किया था। साथ ही इस मामले को सुलझाने में सहायता करने वाली सूचना के लिए इनाम की भी घोषणा की गई थी।
गौरतलब है कि सोमवार को रांची में मारे गए छापे में जांच टीम ने कुछ ऐसे दस्तावेज बरामद किए हैं जिसमें बोध गया विस्फोटों में आईएम मॉड्यूल की संलिप्तता के संकेत मिलते हैं। सूत्रों ने बताया कि बोध गया में बम रखने वाले लोगों के बारे में दस्तावेजों में कुछ संकेत हैं। दोषियों को पकड़ने के लिए इन्हें खंगाला जा रहा है।
(इनपुट भाषा से भी)
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