यह ख़बर 11 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

राजनीतिक पार्टी बनने के बाद आईएसी का नाम इस्तेमाल नहीं करेंगे केजरीवाल

खास बातें

  • अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि वह 26 नवंबर को अपनी राजनीतिक पार्टी के गठन के बाद ‘इंडिया अगेन्स्ट करप्शन (आईएसी)’ के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
नई दिल्ली:

अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि वह 26 नवंबर को अपनी राजनीतिक पार्टी के गठन के बाद ‘इंडिया अगेन्स्ट करप्शन (आईएसी)’ के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘अन्ना हमारे के लिए बहुत प्रिय हैं। मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं। 26 नवंबर को हमारी पार्टी की शुरुआत के बाद हम आईएसी के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे।’

इससे पहले, दिन में उन्होंने कहा कि वह अन्ना हजारे को अपना गुरु मानते हैं और उनसे रोजाना बात करते हैं।

केजरीवाल ने कहा कि यदि अन्ना उनसे आईएसी के नाम का इस्तेमाल बंद करने को कहते हैं तो वह इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे। उनसे अन्ना और उनके सहयोगियों के इस दावे के बारे में सवाल किया गया था कि आईएसी नाम उनके पास ही रहेगा।

इस बीच, सामाजिक कार्यकर्ता किरण बेदी ने कहा कि आईएसी नाम अन्ना हजारे के साथ ही रहेगा। उन्होंने कहा कि हम आईएसी के नाम से दान लेंगे। जनता आईएसी के नाम पर दान दे सकती है। अरविन्द केजरीवाल के संगठन का नाम ‘पब्लिक कॉज रिसर्च फाउण्डेशन (पीसीआरएफ)’ है।

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अन्ना ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आईएसी का बैक खाता किरण बेदी, सुनीता गोदरा और लेफ्टिनेंट कर्नल बिजेन्दर कोखर के नाम पर रहेगा। ये सभी नई समन्वय समिति के सदस्य हैं।