नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वच्छ भारत' अभियान की अगुवाई करने वाले नौकरशाह ने इस प्रोजेक्ट के एक साल पूरे होने से पहले ही पद से इस्तीफा दे दिया है। गुजरात कैडर की विजयलक्ष्मी जोशी ने 'निजी कारणों' को वजह बताते हुए वॉलंटियरी रिटायरमेंट ले लिया है।
वरिष्ठ सरकारी प्रवक्ता फ्रैंक नारोन्हा ने कहा, उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए 14 जुलाई को स्वैच्छिक सेवानिवृति के लिए आवेदन करते हुए 31 अक्टूबर तक कार्यमुक्त कर देने को कहा था।
1980 बैच की आईएएस अधिकारी विजयलक्ष्मी जोशी पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव के रूप में स्वच्छ भारत अभियान में जुटी हुई थीं। उनका सेवा कार्यकाल अभी तीन वर्ष और बचा हुआ था। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद प्रिय इस प्रोजेक्ट की धीमी प्रोग्रेस से सरकार नाखुश थी।
मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कैबिनेट सचिवालय को उनका इस्तीफा भेज दिया है।
विजयलक्ष्मी जोशी के पति ने भी एक विदेशी एनजीओ को ज्वाइन करने के लिए तीन महीने पहले रिटायरमेंट ली थी। कुछ रिपोर्ट्स का कहना है वह भी उनके साथ काम करना चाहती थीं।
वरिष्ठ सरकारी प्रवक्ता फ्रैंक नारोन्हा ने कहा, उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए 14 जुलाई को स्वैच्छिक सेवानिवृति के लिए आवेदन करते हुए 31 अक्टूबर तक कार्यमुक्त कर देने को कहा था।
1980 बैच की आईएएस अधिकारी विजयलक्ष्मी जोशी पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव के रूप में स्वच्छ भारत अभियान में जुटी हुई थीं। उनका सेवा कार्यकाल अभी तीन वर्ष और बचा हुआ था। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद प्रिय इस प्रोजेक्ट की धीमी प्रोग्रेस से सरकार नाखुश थी।
मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कैबिनेट सचिवालय को उनका इस्तीफा भेज दिया है।
विजयलक्ष्मी जोशी के पति ने भी एक विदेशी एनजीओ को ज्वाइन करने के लिए तीन महीने पहले रिटायरमेंट ली थी। कुछ रिपोर्ट्स का कहना है वह भी उनके साथ काम करना चाहती थीं।
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