
प्रतीकात्मक तस्वीर
हैदराबाद/भुवनेश्वर:
तेलंगाना राज्य में इस साल गर्मियों की शुरुआत से अभी तक लू लगने और गर्मी से जुड़ी अन्य परेशानियों के कारण 309 लोगों की मौत हुई है। वहीं ओडिशा में लू लगने से बुधवार को एक और व्यक्ति की मौत हो गई, जिससे राज्य में इस साल गर्मी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 पहुंच गई।
नालगोंडा में सबसे ज्यादा 90 लोगों की मौत
तेलंगाना आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया, 'तीन सदस्यीय समिति ने इन मौतों की पुष्टि की है। नालगोंडा जिले में सबसे ज्यादा 90 लोगों की मौतें हुई हैं, जबकि महबूबनगर में 44 और खम्माम में 37 लोगों की मौत हुई है।' गर्मी से होने वाली मौतों की पुष्टि करने के लक्ष्य से इस तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने मौसम पूर्वानुमान बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी-पश्चिमी भाग में दबाव बनने के कारण तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश या गरज के साथ छीटे पड़ सकते हैं।
गर्मी से जुड़ी बीमारियों से मरने वालों की संख्या 191 पहुंची
वहीं ओडिशा में विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार बालेश्वर जिले में लू लगने से एक और व्यक्ति के मौत के बाद राज्य में इस साल गर्मी से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 पहुंच गई। हालांकि कथित तौर पर गर्मी संबंधी बीमारियों से मरने वालों की संख्या भी 188 से बढ़कर 191 पहुंच गई।
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी क्षेत्र में सोनेपुर राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा और यहां का तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद पश्चिमी क्षेत्र का संबलपुर का अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस, हीराकुंड का तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस, बोलांगीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, झुरसुगुडा का तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस और सुंदरगढ़ का तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य की राजधानी भुवनेश्वर का अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि यहां की आद्रता 75 प्रतिशत रही। कटक का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
नालगोंडा में सबसे ज्यादा 90 लोगों की मौत
तेलंगाना आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया, 'तीन सदस्यीय समिति ने इन मौतों की पुष्टि की है। नालगोंडा जिले में सबसे ज्यादा 90 लोगों की मौतें हुई हैं, जबकि महबूबनगर में 44 और खम्माम में 37 लोगों की मौत हुई है।' गर्मी से होने वाली मौतों की पुष्टि करने के लक्ष्य से इस तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने मौसम पूर्वानुमान बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी-पश्चिमी भाग में दबाव बनने के कारण तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश या गरज के साथ छीटे पड़ सकते हैं।
गर्मी से जुड़ी बीमारियों से मरने वालों की संख्या 191 पहुंची
वहीं ओडिशा में विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार बालेश्वर जिले में लू लगने से एक और व्यक्ति के मौत के बाद राज्य में इस साल गर्मी से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 पहुंच गई। हालांकि कथित तौर पर गर्मी संबंधी बीमारियों से मरने वालों की संख्या भी 188 से बढ़कर 191 पहुंच गई।
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी क्षेत्र में सोनेपुर राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा और यहां का तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद पश्चिमी क्षेत्र का संबलपुर का अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस, हीराकुंड का तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस, बोलांगीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, झुरसुगुडा का तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस और सुंदरगढ़ का तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य की राजधानी भुवनेश्वर का अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि यहां की आद्रता 75 प्रतिशत रही। कटक का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
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