30 नवंबर तक बेंगलुरु के 'रोज' किस्म के प्याज का निर्यात करेगी सरकार

विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक अधिसूचना में कहा, ‘बेंगलूरु के ‘रोज प्याज’ का इस साल 30 नवंबर तक 9,000 टन तक निर्यात करने की अनुमति दी गई.’ 

30 नवंबर तक बेंगलुरु के 'रोज' किस्म के प्याज का निर्यात करेगी सरकार

प्रतीकात्मक तस्वीर

खास बातें

  • सरकार ने सितंबर में इसकी सभी किस्मों के निर्यात पर रोक लगा दी थी
  • अब प्याज की इस विशेष किस्म को निर्यात पर लगी रोक से छूट दे दी गई
  • इस साल 30 नवंबर तक 9,000 टन तक निर्यात करने की अनुमति दी गई
नई दिल्ली:

सरकार ने सोमवार को कुछ शर्तो के साथ ‘बेंगलुरु रोज' किस्म के प्याज की 30 नवंबर तक निर्यात करने की अनुमति दे दी. सरकार के इस कदम से कर्नाटक की इस विशिष्ट जिंस के उत्पादकों को राहत मिलेगी. प्याज की तेजी से बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने सितंबर में इसकी सभी किस्मों के निर्यात पर रोक लगा दी थी. बहरहाल, अब प्याज की इस विशेष किस्म को निर्यात पर लगी रोक से छूट दे दी गई है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक अधिसूचना में कहा, ‘बेंगलूरु के ‘रोज प्याज' का इस साल 30 नवंबर तक 9,000 टन तक निर्यात करने की अनुमति दी गई.' 

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हालांकि अधिसूचना में कहा गया है कि यह निर्यात केवल चेन्नई बंदरगाह से किया जा सकता है. इसके साथ ही कहा गया है कि इस किस्म के प्याज निर्यातक को निर्यात करने के लिए ‘रोज' किस्म के प्याज और इसकी मात्रा को प्रमाणित करने के लिए बागवानी आयुक्त, कर्नाटक से एक प्रमाण पत्र प्राप्त लेना होगा. अधिसूचना में कहा गया है कि बेंगलूरू के अतिरिक्त विदेश व्यापार महानिदेशालय का कार्यालय निर्यात की जा रही प्याज की कुल मात्रा की निगरानी करेगा. 

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बता दें, सरकार की ओर से बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों पर अंकुश लगाने के तमाम उपायों के बावजूद अगस्त माह से प्याज की खुदरा कीमतों में भारी वृद्धि के बीच प्याज के निर्यात पर रोक लगाई गई थी. महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्याज उत्पादक राज्यों में बाढ़ के बाद आपूर्ति बाधित होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी और देश के अन्य हिस्सों में खुदरा प्याज की कीमतें बढ़कर 50-60 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई. बेंगलुरु के ‘रोज' किस्म का प्याज मुख्य रूप से प्रदेश के चिकबल्लापुर और कोलार जिलों में उगाया जाता है. इसे लगभग 23,000 हेक्टेयर क्षेत्र में उगाया जाता है. इसका कुल उत्पादन करीब 4.40 लाख टन होता है. ये प्याज आकार में छोटे और गहरे गुलाबी रंग के होते हैं. इस किस्म का प्याज मुख्य रूप से श्रीलंका, मलेशिया और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों को निर्यात किया जाता है.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)