जर्मन वैक्सीन बोर्ड ने 65 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए ही एस्ट्राजेनेका के टीके की सिफारिश की

वैज्ञानिकों के पैनल ने कहा है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ विकसित की गई AstraZeneca वैक्सीन उपलब्ध डेटा के आधार पर 18 से 65 साल के लोगों को यह टीका लगाया जाए.

जर्मन वैक्सीन बोर्ड ने 65 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए ही एस्ट्राजेनेका के टीके की सिफारिश की

यूरोपीय संघ ने एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को सामान्य इस्तेमाल की मंजूरी अभी तक नहीं दी है.

बर्लिन:

जर्मनी के टीकाकरण आयोग (STIKO) ने सिर्फ 65 साल से कम उम्र के लोगों के लिए एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन के इस्तेमाल की सिफारिश की है. उम्रदराज लोगों पर कोरोना की इस वैक्सीन कोविशील्ड का पर्याप्त डेटा उपलब्ध नहीं है.

वैज्ञानिकों के विशेषज्ञ पैनल ने कहा कि वैक्सीन उपलब्ध डेटा के आधार पर सिर्फ 18 से 65 साल के उम्र के लोगों को दी जानी चाहिए. बोर्ड का कहना है कि 65 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों पर वैक्सीन की प्रभावशीलता के लिए डेटा अभी पर्याप्त नहीं है.बोर्ड के अनुसार, डेटा की सीमित उपलब्धता को छोड़कर वैक्सीन इस्तेमाल के लिए उचित है. यूरोपीय संघ ने एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca vaccine) की वैक्सीन को सामान्य इस्तेमाल की मंजूरी अभी तक नहीं दी है. हालांकि यूरोपीय संघ के औषधि नियामक (EMA) शुक्रवार को एस्ट्राजेनेका के टीके को मंजूरी दे सकता है.

STIKO ने यह नहीं बताया है कि 65 साल से अधिक उम्र के लोगों पर एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का कितना असर है. हालांकि जर्मनी के कई मीडिया संगठनों का कहना है कि 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों पर इसकी प्रभावशीलता 10 फीसदी से कम है.अनाधिकृत सूत्रों का कहना है कि जर्मन मीडिया समूह (Handelsblatt economic daily) का कहना है कि 65 साल के ज्यादा आयु के लोगों पर टीके का असर महज 8 फीसदी है.

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अज्ञात सूत्रों के हवाले से जर्मन अखबार बिल्ड डेली ने भी इसकी प्रभावशीलता 10 फीसदी से कम बताई है. हालांकि एस्ट्राजेनेका और जर्मन स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसी रिपोर्टों को पूरी तरह खारिज किया है.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)