क्रांतिकारी कदमों में शुरू में कुछ उतार चढ़ाव आते हैं : वेंकैया नायडू

क्रांतिकारी कदमों में शुरू में कुछ उतार चढ़ाव आते हैं : वेंकैया नायडू

नगदी संकट पर केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि परिवर्तनोन्मुखी कदम में प्रारंभ में कुछ उतार चढ़ाव आते हैं.

खास बातें

  • परिवर्तनोन्मुखी कदम में प्रारंभ में उतार चढ़ाव लेकिन दीर्घकालीन लाभ
  • समानांतर अर्थव्यवस्था को समाप्त किए जाने की जरूरत
  • भारत में 20 लाख करोड़ रुपये के फर्जी नोट
नई दिल्ली:

नोटों की आपूर्ति की किसी तरह की कमी पर ध्यान देने पर जोर देते हुए केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि एक क्रांतिकारी या परिवर्तनोन्मुखी कदम में प्रारंभ में कुछ उतार चढ़ाव आते हैं लेकिन यह दीर्घकालीन लाभ प्रदान करता है.

वेंकैया ने कहा कि बड़े नोटों को अमान्य करने के निर्णय को पूर्ण गोपनीयता के साथ लागू किया जाना चाहिए अन्यथा गलत तरीके से धन कमाने वाले लोग इसका फायदा उठा लेंगे.

उन्होंने कहा, ‘‘ समानांतर अर्थव्यवस्था को समाप्त किए जाने की जरूरत है. हमारा पड़ोसी (पाकिस्तान) आतंकवादियों को संरक्षण दे रहा है, उन्हें उकसा रहा है, वित्त पोषण और प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है. भारत में 20 लाख करोड़ रुपये के फर्जी नोट हैं जो हमारी अर्थव्यवस्था को कमजोर बना रहा है. इसके साथ ही हथियारों के डीलर, तस्कर.. भी हैं. ’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस कदम से माओवादियों के अभियान पर भी लगाम लगेगी क्योंकि वे कालेधन पर निर्भर हैं . उन्होंने कहा, ‘‘ कोई भी व्यक्ति माओवादियों को चेक से पैसा नहीं देगा.’’

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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