हैदराबाद:
हैदराबाद में प्रणब मुखर्जी की कांग्रेस के विधायकों के साथ बैठक के बाद जुबली हॉल में आग लग गई। जिस वक्त आग लगी, उस समय प्रणब हॉल से जा चुके थे।
अधिकारियों के मुताबिक आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी और उस पर जल्द ही काबू पा लिया गया। इससे जानमाल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
इससे पहले, यूपीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांगने के लिए रविवार को एक दिवसीय यात्रा पर हैदराबाद पहुंचे।
जब प्रणब बेगमपेट हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो बाहर खड़े तेलंगाना समर्थकों के एक छोटे से समूह ने उनका विरोध किया। 'जय तेलंगाना' के नारे लगाते प्रदर्शनकारियों ने प्रणब के काफिले को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनके प्रयास को विफल कर दिया। विभिन्न तेलंगाना-समर्थक समूहों से संबंधित प्रदर्शनकारी चाहते थे कि प्रणब उनकी पृथक तेलंगाना की मांग पर अपना रुख स्पष्ट करें।
राज्य के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी, राज्य कांग्रेस प्रमुख बोत्सा सत्यनारायण और पार्टी नेताओं ने प्रणब की राष्ट्रपति पद पर उम्मीदवारी का समर्थन किया। प्रणब ने जुबली हॉल में कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक को संबोधित किया। वह चेन्नई से एक विशेष विमान के जरिए केंद्रीय मंत्रियों गुलाम नबी आजाद और व्यालार रवि के साथ यहां पहुंचे।
कांग्रेस सांसदों व विधायकों को संबोधित करने के बाद प्रणब एक होटल में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआईएम) के नेताओं से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस नेतृत्व ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) व वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) से भी समर्थन पाने की कोशिश की थी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों पार्टियों के नेता प्रणब से मुलाकात करेंगे या नहीं। यह भी स्पष्ट नहीं है कि प्रणब तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू से उनका समर्थन मांगने के लिए मुलाकात करेंगे या नहीं। तेदेपा, टीआरएस और वाईएसआरसीपी ने राष्ट्रपति चुनाव पर अब तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
(इनपुट आईएएनएस से भी)
अधिकारियों के मुताबिक आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी और उस पर जल्द ही काबू पा लिया गया। इससे जानमाल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
इससे पहले, यूपीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांगने के लिए रविवार को एक दिवसीय यात्रा पर हैदराबाद पहुंचे।
जब प्रणब बेगमपेट हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो बाहर खड़े तेलंगाना समर्थकों के एक छोटे से समूह ने उनका विरोध किया। 'जय तेलंगाना' के नारे लगाते प्रदर्शनकारियों ने प्रणब के काफिले को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनके प्रयास को विफल कर दिया। विभिन्न तेलंगाना-समर्थक समूहों से संबंधित प्रदर्शनकारी चाहते थे कि प्रणब उनकी पृथक तेलंगाना की मांग पर अपना रुख स्पष्ट करें।
राज्य के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी, राज्य कांग्रेस प्रमुख बोत्सा सत्यनारायण और पार्टी नेताओं ने प्रणब की राष्ट्रपति पद पर उम्मीदवारी का समर्थन किया। प्रणब ने जुबली हॉल में कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक को संबोधित किया। वह चेन्नई से एक विशेष विमान के जरिए केंद्रीय मंत्रियों गुलाम नबी आजाद और व्यालार रवि के साथ यहां पहुंचे।
कांग्रेस सांसदों व विधायकों को संबोधित करने के बाद प्रणब एक होटल में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआईएम) के नेताओं से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस नेतृत्व ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) व वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) से भी समर्थन पाने की कोशिश की थी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों पार्टियों के नेता प्रणब से मुलाकात करेंगे या नहीं। यह भी स्पष्ट नहीं है कि प्रणब तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू से उनका समर्थन मांगने के लिए मुलाकात करेंगे या नहीं। तेदेपा, टीआरएस और वाईएसआरसीपी ने राष्ट्रपति चुनाव पर अब तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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