कोरोना महामारी (Coronavirus) से जंग जीतने के लिए केंद्र सरकार (Central Govt) ने कार्यस्थलों पर कर्मचारियों के टीकाकरण (Vaccination on Workplace) का अभियान शुरू किया था. कार्यस्थलों पर चल रहे टीकाकरण अभियान में कर्मचारियों के परिजनों को भी जोड़ने की बात काफी दिनों से चल रही थी. केंद्र सरकार ने आज सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को निर्देश दिया है कि कार्यस्थलों पर कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिजनों का भी टीकाकरण किया जाए. इसके लिए केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को पत्र लिखा है.
बता दें कि केंद्र सरकार ने बीते माह कार्यस्थलों पर कर्मचारियों के टीकाकरण को अनुमति दी थी. आज सरकार ने कार्यस्थल पर कर्मचारियों के परिजनों का भी टीकाकरण करने के निर्देश देने के साथ ही एक बड़े तबके को राहत दे दी है. कार्यस्थल पर टीकाकरण को लेकर सरकार के नए फैसले में कहा गया है कि कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों को भी इंडस्ट्रीयल (कोविड वैक्सीनेशन सेंटर) और वर्कप्लेस (कोविड वैक्सीनेशन सेंटर) पर टीकाकरण के साथ कवर किया जा सकता है.
आदेश : दिल्ली के सभी दवाखानों को कोरोना की जरूरी दवाओं का स्टॉक दुकान के बाहर लिखना होगा
इसके अलावा सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोग राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को आपूर्ति की जाने वाली खुराक को मुफ्त में लगवा सकते हैं. वहीं 18 से 44 वर्ष के लोगों को संबंधित राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा सीधे निर्माताओं से खरीदी गई खुराक से टीका लगाया जाएगा.
देश के बड़े हिस्से में माहामारी की स्थिति में सुधार
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी. के. पॉल ने कहा, ‘‘देश के बड़े हिस्से में महामारी की स्थिति में सुधार आ रहा है, संक्रमण की दर और उपचाराधीन मामलों की संख्या कम हो रही है और मरीजों के ठीक होने की दर बढ़ रही है. यह भी देखा जा रहा है कि दूसरे राज्यों में बढ़ोतरी भी हुई है, इसलिए यह मिला-जुला परिदृश्य है लेकिन इस लहर से निपटने में हमें लंबा सफर तय करना है और यह भी सुनिश्चित करना है कि हम जो कदम उठाते हैं, उनमें कोई ढिलाई नहीं हो.''उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति में सुधार आ रहा है लेकिन हमें सुनिश्चित करना होगा कि संक्रमण की श्रृंखला टूटी रहे. संक्रमण की दर 382 जिलों में अब भी 10 फीसदी से ऊपर है, इसलिए इस लहर से लड़ने में अभी लंबा सफर तय करना है.''
महाराष्ट्र में 2 माह में कोरोना के सबसे कम मामले सामने आए मगर 682 मरीजों की मौत
कोरोना मामलों की संख्या लगातार छठे दिन 3 लाख से कम
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस के रोजाना मामलों की संख्या लगातार छठे दिन तीन लाख से कम रही और एक दिन में 2.57 लाख नए मामले सामने आए. सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 के मामले बढ़कर 2,62,89,290 हो गए. 4194 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 2,95,525 हो गई है. टीका की बर्बादी के बारे में बताया गया कि कोविशील्ड की बर्बादी की दर एक मार्च को आठ प्रतिशत से कम होकर अब एक प्रतिशत रह गई है, वहीं कोवैक्सीन की बर्बादी दर इसी अवधि में 17 फीसदी से घटकर चार फीसदी रह गई है.
देश के आठ राज्यों में एक लाख से ज्यादा उपचाराधीन मरीज: स्वास्थ्य मंत्रालय
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं