नई दिल्ली:
दिल्ली हाईकोर्ट बम धमाके के आरोपियों तक पहुंचने में नाकाम रही जांच एजेंसियां अब विदेशी मदद के भरोसे हैं। पुलिस और एनआईए सेलफोन के डंप डेटा को खंगालती रहीं लेकिन आतंकवादियों की बातचीत का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। अफ़सरों के मुताबिक अब तक ऐसा कोई भी नंबर नहीं मिला है जिसके आधार पर आतंकवादियों तक पहुंचने की कोई उम्मीद नज़र आए। जांच एजेंसियां अब आतंकवादियों के बीच ऑनलाइन बातचीत की संभावनाएं देख रही हैं और इसकी जांच के लिए अमेरिकी एजेंसियों की मदद मांगी जा रही है। साथ ही इंडियन मुजाहिदीन के मेल की पड़ताल के बाद अब जांच का फोकस उत्तर प्रदेश की ओर मुड़ गया है। इस सिलसिले में एनआईए के अधिकारी यूपी एटीएस के लगातार संपर्क में हैं।