रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) का आज भारतीय समयानुसार 9:30 बजे मॉस्को (Moscow) में अपने चीनी समकक्ष से मिलने का कार्यक्रम है. सरकार से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी. दोनों ही मंत्री तीन दिन के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए इस समय रूस में है. माना जाता है कि चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगही (Wei Fenghi) की ओर से शंघाई को-आपरेशन आर्गेनाइजेशन (SCO) के इतर इस मीटिंग का आग्रह किया गया है. सूत्रों के अनुसार, चीनी पक्ष इस मीटिंग के लिए इंडियन मिशन पहुंच गया है.
चीन के साथ सीमा के हालात बड़ी चुनौती के रूप में सामने आए: विदेश सचिव
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत से से ही पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में एलएसी (LAC) पर भारत का चीन के साथ तनाव बरकरार है. चीन की तरफ से यथा स्थिति बदलने के लिए की गई एकतरफा कार्रवाई से (एलएसी पर) तनाव बढ़ा है.पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच ताजा झड़प की बात सामने आई है. इस बार इलाका पैंगॉन्ग झील है. सोमवार को रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी थी चीन की तरफ से 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात को चीनी जवानों ने यहां आक्रामक सैन्य गतिविधि की थी. सूत्रों के हवाले से जानकारी थी कि चीनी सेना ने यहां पर ब्लैक टॉप चोटी पर कब्जा जमाने की कोशिश की थी लेकिन भारतीय सेना को इसकी जानकारी थी और उन्होंने जरूरी कदम उठाकर चीनी सेना को पीछे खदेड़ दिया था.
भारत और चीन के मध्य सीमा पर तनातनी के बीच सेना की तैयारियों का जायजा लेने सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (Army Chief General Manoj Mukund Naravane) आज लद्दाख पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि सीमा पर हालात नाजुक है. सुरक्षा के मद्देनजर कदम उठाए गए हैं. समस्या का हल बातचीत से हो सकता है. सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने हालात का जायजा लिया. आर्मी चीफ ने शुक्रवार को बताया कि जवानों का मनोबल ऊंचा है. हालात गंभीर है. सुरक्षा के मुताबिक एहतियात कदम उठाए गए हैं. चीन के हरकतों को देखते हुए कुछ तैनाती की गई है. यथास्थिति को बरकरार रखेंगे.
जनरल बिक्रम सिंह ने कहा- चीन को पुरानी स्थिति में जाना होगा
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