कोविड 19 के लिए गठित नेशनल टास्क फोर्स द्वारा एचसीक्यू (Hydroxychloroquine) के सुरक्षित इस्तेमाल को समीक्षा के बाद सरकार ने ये फैसला किया है कि कोरोना प्रभावित और नॉन प्रभावित इलाकों में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी इस दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं. सरकारी की ओर से जारी नई गाइलाइन में कहा गया है कि कंटेनमेंट एरिया में तैनात कर्मचारी अर्धसैनिक/पुलिसकर्मी कोरोना सम्बंधित गतिविधियों में शामिल कर्मचारी और प्रयोगशालाओं में काम करने वाले कर्मचारियों डॉक्टर की सलाह पर एचसीक्यू ले सकते हैं.
हालांकि, आईसीएमआर द्वारा जारी संशोधित परामर्श में आगाह किया गया है कि दवा लेने वाले व्यक्ति को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह एकदम सुरक्षित हो गया है. संशोधित परामर्श के अनुसार एनआईवी पुणे में एचसीक्यू की जांच में यह पाया गया कि इससे संक्रमण की दर कम होती है.
इसमें कहा गया है कि यह दवा उन लोगों को नहीं देनी चाहिए, जो नजर कमजोर करने वाली रेटिना संबंधी बीमारी से ग्रस्त है, एचसीक्यू को लेकर अति संवेदनशीलता है तथा जिन्हें दिल की धड़कनों के घटने-बढ़ने की बीमारी है.
परामर्श में कहा गया है कि इस दवा को 15 साल से कम आयु के बच्चों तथा गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली महिलाओं को न देने की सिफारिश की जाती है. इसमें कहा गया है कि यह दवा औपचारिक सहमति के साथ किसी डॉक्टर की निगरानी में दी जाए. (इनपुट भाषा से भी)
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