नई दिल्ली:
जम्मू से श्रीनगर जा रहे बीएसएफ के अप कॉनवाय पर जब उधमपुर के पास हमला हुआ तो सबसे पहले मोर्चा संभाला जवान रॉकी ने। वह हमले में शहीद हो गया। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि रॉकी की गोली से ही पहला आतंकवादी मारा गया। इसी दौरान बीएसएफ के शुभेन्दु भी मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए। बाद में बदहवास भागे दूसरे आतंकवादी को पकड़ लिया गया।
रॉकी हरियाणा के यमुना नगर के रामगढ़ माजरा के थे और शुभेन्दु राय पश्चिम बंगाल के डोकडीगा पुलिस थाने के अंतर्गत डाकीमही गांव के थे। अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू से श्रीनगर जा रहे बीएसएफ के काफिले में कुल 552 लोग शामिल थे। इनमें इक्कीस गाड़ियों के ड्राइवर, आगे-पीछे चलने वाली एस्कॉर्ट गाड़ियों पर सवार सशस्त्र बल सभी शामिल थे।
रॉकी उस बस में सवार था, जिस पर हमला हुआ। उस बस में बीएसएफ के कुल 44 जवान सवार थे। किसी को कुछ पता नहीं चला और हमला हो गया। रॉकी और शुभेन्दु राय मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए। रॉकी बीएसफ की 59 बटालियन और शुभेन्दु 02 बटलियन से थे।
रॉकी हरियाणा के यमुना नगर के रामगढ़ माजरा के थे और शुभेन्दु राय पश्चिम बंगाल के डोकडीगा पुलिस थाने के अंतर्गत डाकीमही गांव के थे। अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू से श्रीनगर जा रहे बीएसएफ के काफिले में कुल 552 लोग शामिल थे। इनमें इक्कीस गाड़ियों के ड्राइवर, आगे-पीछे चलने वाली एस्कॉर्ट गाड़ियों पर सवार सशस्त्र बल सभी शामिल थे।
रॉकी उस बस में सवार था, जिस पर हमला हुआ। उस बस में बीएसएफ के कुल 44 जवान सवार थे। किसी को कुछ पता नहीं चला और हमला हो गया। रॉकी और शुभेन्दु राय मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए। रॉकी बीएसफ की 59 बटालियन और शुभेन्दु 02 बटलियन से थे।