
लद्दाख में कई सालों के बाद इस तरह की पहली झड़प हुई है.
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15 अगस्त के दिन दोनों पक्षों में हुई झड़प
चीन ने इस तरह की घटना से इनकार किया
भारत ने घटना की पुष्टि की
यह घटना ऐसे वक्त में हुई है जब सिक्किम के डोकलाम में पिछले दो महीने से टकराव जारी है. उस दिन चीन ने लद्दाख में भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की. इसके तहत पिछले मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे चीन के सैनिक पांच छह गाड़ियां लेकर आए और उसे अपने इलाके में खड़ी कर पैदल भारतीय इलाके में घुस आए.
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VIDEO: पत्थरबाजी का वीडियो हुआ वायरल
जिस जगह से चीनी सैनिक भारत में दाखिल हुए वह पेंगोंग झील का इलाका है. चीनी सैनिकों की इस हरकत को देखकर वहां तैनात आईटीबीपी के जवानों ने ह्यूमन चैन बना लिया और उन्हें रोकने लगे. इस दौरान देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई हुई. यह विवाद दो घंटे तक चला.
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सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक भारतीय फौज के विरोध के बाद चीनी सैनिक अपनी सीमा में लौट गए और वहीं से पत्थर फेंकने लगे. चीनी सैनिकों की ओर से फेंके गए पत्थर से आईटीबीपी के कुछ जवानों को चोटें आई. उसके बाद रस्मी 'बैनर ड्रिल' के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया गया. बैनर ड्रिल के तहत दोनों पक्ष अपने स्थान पर जाने से पहले बैनर दिखाते हैं. इस घटना के बाद दोनों पक्षों के बीच फ्लैग मीटिंग हुई. इसके तहत ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारियों की लद्दाख के चुशूल में तनाव को कम करने के लिए बैठक हुई. वैसे वर्षों बाद इस तरह के झड़प की पहली घटना लद्दाख में हुई.
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