तेहरान:
ईरान की एक अदालत ने सीआईए के एक 'जासूस' आमिर हेकमाती को मौत की सजा सुनाई है।
ईरान की समाचार एजेंसी फार्स ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक हेकमाती पर 'अमेरिकी सरकार का साथ देने, सीआईए की सदस्यता ग्रहण करने और ईरान पर आतंकवाद का आरोप लगाने' का आरोप साबित हुआ है।
हेकमाती ने अदालत में स्वीकार किया कि उसने सीआईए को मदद पहुंचाने के प्रयास के तहत ईरान की गुप्तचर प्रणाली में सेंध लगाने की कोशिश की। उसने यह भी कहा कि अमेरिकी गुप्तचर एसेंजी ने उसे धोखा दिया है।
हेकमाती को 17 दिसम्बर को गिरफ्तार किया गया था। ईरानी गुप्तचर मंत्रालय ने कहा था कि हेकमाती उनके देश की गुप्तचर एजेंसी में सेंध लगाने की कोशिश कर रहा था।
इसे लेकर अमेरिका ने हालांकि अपना पल्ला झाड़ लिया और 20 दिसम्बर को कहा कि गिरफ्तार हिकमाती अमेरिकी नागरिक जरूर है लेकिन वह अमेरिकी जासूस नहीं है।
ईरान की समाचार एजेंसी फार्स ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक हेकमाती पर 'अमेरिकी सरकार का साथ देने, सीआईए की सदस्यता ग्रहण करने और ईरान पर आतंकवाद का आरोप लगाने' का आरोप साबित हुआ है।
हेकमाती ने अदालत में स्वीकार किया कि उसने सीआईए को मदद पहुंचाने के प्रयास के तहत ईरान की गुप्तचर प्रणाली में सेंध लगाने की कोशिश की। उसने यह भी कहा कि अमेरिकी गुप्तचर एसेंजी ने उसे धोखा दिया है।
हेकमाती को 17 दिसम्बर को गिरफ्तार किया गया था। ईरानी गुप्तचर मंत्रालय ने कहा था कि हेकमाती उनके देश की गुप्तचर एजेंसी में सेंध लगाने की कोशिश कर रहा था।
इसे लेकर अमेरिका ने हालांकि अपना पल्ला झाड़ लिया और 20 दिसम्बर को कहा कि गिरफ्तार हिकमाती अमेरिकी नागरिक जरूर है लेकिन वह अमेरिकी जासूस नहीं है।