(प्रतीकात्मक तस्वीर)
ओडिशा:
ओडिशा के बहरमपुर के गंजम जिले में बाल अधिकार कार्यकर्ताओं और सरकारी अधिकारियों ने 16 वर्षीय एक अनाथ लड़की की शादी के प्रयास को विफल कर दिया. लड़की के अभिभावक उसकी शादी करवा रहे थे. सीडीपीओ सह बाल विवाह निषेध अधिकारी एम एम नायक ने बताया कि एक बाल कल्याण अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ), सामाजिक कार्यकर्ता और पुलिस कर्मियों ने हस्तक्षेप किया और विवाह के लिए आवश्यक 18 साल की उम्र नहीं होने के कारण उसके अभिभावकों को शादी नहीं करने को लेकर समझाया.
यह भी पढ़ें : अदालत ने 10 साल की बच्ची का बाल विवाह किया निरस्त
पुलिस ने बताया कि शादी 27 अप्रैल को होनी थी. खुफिया सूचना के आधार पर सोमवार को टीम कबिसूर्या नगर प्रखंड के हिंडोल स्थित उसके अभिभावक के आवास पर पहुंची. एक अधिकारी ने बताया कि 12 वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की अपने चाचा के साथ रहती है. ‘चिल्ड्रेन’ संगठन के कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि इस घटना के साथ पिछले पांच दिनों में जिले में कम से कम पांच बाल विवाह को रोका गया है. पिछले साल जिले में 41 बाल विवाह रोके गए थे.
VIDEO : आंसुओं से उम्मीद तक की कहानी: बाल विवाह से बचने के बाद परीक्षा में किया टॉप
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह भी पढ़ें : अदालत ने 10 साल की बच्ची का बाल विवाह किया निरस्त
पुलिस ने बताया कि शादी 27 अप्रैल को होनी थी. खुफिया सूचना के आधार पर सोमवार को टीम कबिसूर्या नगर प्रखंड के हिंडोल स्थित उसके अभिभावक के आवास पर पहुंची. एक अधिकारी ने बताया कि 12 वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की अपने चाचा के साथ रहती है. ‘चिल्ड्रेन’ संगठन के कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि इस घटना के साथ पिछले पांच दिनों में जिले में कम से कम पांच बाल विवाह को रोका गया है. पिछले साल जिले में 41 बाल विवाह रोके गए थे.
VIDEO : आंसुओं से उम्मीद तक की कहानी: बाल विवाह से बचने के बाद परीक्षा में किया टॉप
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं