म्यांमार में हमले को लेकर उमर ने कहा : ‘सीना ठोकने’ की जरूरत नहीं

म्यांमार में हमले को लेकर उमर ने कहा : ‘सीना ठोकने’ की जरूरत नहीं

फाइल फोटो

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने म्यांमार की सीमा में सैन्य अभियान संबंधी बयानों को ‘शानदार सेल्फ गोल’ करार देते हुए कहा है कि म्यांमार द्वारा उसकी सरजमीं पर इस अभियान को अंजाम दिए जाने की बात नकारने से इन बयानों का उल्टा असर पड़ा है।

सीमा पार अपने तरह के पहले अभियान के तहत सेना के विशेष बलों ने मंगलवार को म्यांमार के भीतर ‘म्यांमार के अधिकारियों की जानकारी में’ सुनियोजित हमला किया था, जिसमें करीब 100 उग्रवादी मारे गए थे। ऐसा बताया जा रहा है कि ये उग्रवादी 4 जून को घात लगाकर किए गए उस हमले के लिए जिम्मेदार थे, जिसमें 18 भारतीय जवान मारे गए थे।

रिपोर्टों के अनुसार, हालांकि म्यांमार ने उसकी सरजमीं के भीतर यह हमला होने की बात नकारते हुए कहा है कि भारतीय बलों ने उग्रवादियों पर हमला भारत की सीमा के भीतर किया था।

उमर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, वाह, क्या शानदार ‘सेल्फ गोल’था। अगली बार आप अच्छा गुप्त अभियान चलाएं और उस अभियान को स्वयं अपनी कहानी बयां करने दें और सीने ठोकने का काम भी अभियानों पर छोड़ दें। उन्होंने म्यांमार द्वारा अभियान के उसकी सीमा के भीतर अंजाम दिए जाने की बात से इनकार किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे बयानों का उल्टा असर पड़ा है।

उन्होंने लिखा, सीना ठोकने का यह असर हुआ कि म्यांमार को इस बात को खारिज करना पड़ा कि अभियान को उसकी जमीन पर अंजाम दिया गया था और तरह इसका उल्टा असर पड़ा है।

वहीं उग्रवादियों के विरुद्ध भारतीय सेना के म्‍यांमार ऑपरेशन की कांग्रेस ने तारीफ तो की है, लेकिन साथ ही इसके लिए सरकार पर तंज भी कसा है। पार्टी के वरिष्‍ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन को अंजाम देकर अच्‍छा काम तो किया, लेकिन भारत सरकार इसका देशभर प्रचार करने में जुटी है। आनंद शर्मा ने आगे कहा कि अच्‍छा काम किए जाने के बावजूद इस प्रचार की वजह से अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर भारत की काफी आलोचना हुई है, जिन्‍हें देश की फ़िक्र करनी चाहिए, वे मीडिया में खबरों को प्रायोजित करने में ज्‍यादा व्‍यस्‍त हैं।