नई दिल्ली:
बिहार के आरा जिला के नवादा थाना क्षेत्र के कतिरा मुहल्ले में पिछले शुक्रवार तड़के रणवीर सेना के संस्थापक माने जाने वाले ब्रह्मेश्वर मुखिया की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या के मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। बिहार की नीतीश कुमार की सरकार ने केंद्र से इसकी सिफारिश की है।
गौरतलब है कि 2011 में नौ वर्ष जेल में रहने के बाद बाहर निकले थे। वर्तमान समय में वे एक किसान संगठन बनाने का कार्य कर रहे थे। मुखिया पर बिहार में हुए कई नरसंहारों को करने का आरोप है।
उल्लेखनीय है कि मुखिया भोजपुर जिले के खोपिरा गांव के रहने वाले थे। मुखिया को बिहार में बड़े व्यापक पैमाने पर निजी सेना का गठन करने के रूप में पहचान थी। बिहार में नक्सली संगठनों और बड़े किसानों के बीच हो रही लड़ाई के बीच मुखिया ने सितंबर 1994 में एक संगठन बनाया था जिसका नाम रणवीर सेना रखा गया था।
गौरतलब है कि 2011 में नौ वर्ष जेल में रहने के बाद बाहर निकले थे। वर्तमान समय में वे एक किसान संगठन बनाने का कार्य कर रहे थे। मुखिया पर बिहार में हुए कई नरसंहारों को करने का आरोप है।
उल्लेखनीय है कि मुखिया भोजपुर जिले के खोपिरा गांव के रहने वाले थे। मुखिया को बिहार में बड़े व्यापक पैमाने पर निजी सेना का गठन करने के रूप में पहचान थी। बिहार में नक्सली संगठनों और बड़े किसानों के बीच हो रही लड़ाई के बीच मुखिया ने सितंबर 1994 में एक संगठन बनाया था जिसका नाम रणवीर सेना रखा गया था।
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