आंध्र प्रदेश में कैश का संकट कई शहरों में जारी है
नई दिल्ली:
कैश का संकट आंध्र प्रदेश, कर्नाटक के साथ-साथ अरुणाचल प्रदेश में अब भी जारी है. हालांकि उत्तर प्रदेश के कुछ ग्रामीण इलाकों में कैश सप्लाई में सुधार की खबर है. आंध्र प्रदेश में कैश का संकट कई शहरों में जारी है. तिरूमला में देश के कोने-कोने से श्रद्धालू पहुंचे हैं लेकिन ATM में कैश ना होने से बेहद परेशान हैं. उन्होंने एनडीटीवी को बताया कि कैश की किल्लत एटीएम मशीनों तक सीमित नहीं है, बैंकों के ब्रांचों में भी कैश की उपलब्धता प्रभावित है.
दरअसल कैश के संकट से आंध्र प्रदेश कई महीनों से जूझ रहा है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस साल 14 फरवरी को ही चिट्ठी लिख कर सरकार से 5000 करोड़ कैश में मांगे थे. आरबीआई ने ये पैसा दिया भी था इस निर्देश के साथ कि उसका वितरण राज्य के हर हिस्से में किया जाए. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में 16 मार्च 2018 को ये जानकारी दी.
यह भी पढ़ें : कैश है सदा के लिए, नोटबंदी के पहले और बाद कैशलेस लेनदेन में क्या पड़ा असर
वित्त मंत्री ने लोकसभा को लिखित में बताया था, "RBI ने बताया है कि अप्रैल 2017 से फरवरी 2018 तक 51,523 करोड़ रुपया हैदराबाद में आरबीआई के ऑफिस भेजा गया जो पूरे देश में आरबीआई के आफिस में भेजे गए कैश में सबसे ज़्यादा था." ऐसे में ये सवाल उठता है कि ये कैश आखिर गया कहां?
जेटली ने लोकसभा को बताया था कि RBI ने सरकार को सूचित किया है कि देश के हर राज्य में RBI के ऑफिस में पर्याप्त कैश उपलब्ध करा दिया गया है और हालात की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. लेकिन संकट आज भी कई राज्यों में बरकरार है. आंध्र से लगे कर्नाटक में भी कैश संकट जारी है. बेंगलुरु में भी एनडीटीवी को ऐसे लोग मिले जो कैश ना मिलने से परेशान दिखे. दक्षिण ही नहीं, पूर्वोत्तर भारत में भी ये संकट दिख रहा है. अरुणाचल में भी लोग ख़ाली एटीएम की शिकायत करते मिले.
VIDEO: कई राज्यों में कैश की कमी, खाली पड़े हैं ATM,नो कैश का बोर्ड
हालांकि उत्तर प्रदेश के कुछ ग्रामीण इलाकों में सुधार की खबर है. बाराबंकी के ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के मैनेजर कहते हैं, 'कुछ दिन पहले 5% से 10% तक कैश का संकट था जो अब दूर हो गया है.'
16 मार्च 2018 को वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा लोकसभा में बैंकों में कैश की किल्लत पर दिये गए लिखत बयान की मुख्य बातें इस प्रकार हैं...
1- आरबीआई ने सरकार को सूचित किया है कि देश के हर राज्य के आरबीआई के दफ्तर में पर्याप्त कैश की सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है. और आरबीआई पूरे देश में कैश सप्लाई की मॉनिटरिंग लगातार कर रही है.
2- कैश की कमी के मामलों में बैंक आरबीआई के साथ मिलकर जहां भी जरूरी है कदम उठा रहे हैं.
3- आरबीआई ने वित्त मंत्रालय को बताया है कि तेलंगाना सरकार की तरफ से 26 नवंबर 2016 को मिली मांग के हिसाब से कैश की आपूर्ति कर दी गई है.
4- आरबीआई ने वित्त मंत्रालय को बताया है कि नवंबर 2016 से मार्च 2017 के बीच 82,168 करोड़ रुपये हैदराबाद के आरबीआई दफ्तर में सप्लाई किया गया. जो अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा है. इसी तरह अप्रैल 2017 से फरवरी 2018 के बीच 51,523 करोड़ रुपये हैदराबाद में आरबीआई के दफ्तर में सप्लाई किया गया जो पूरे देश में किसी भी आरबीआई के दफ्तर में भेजे गए कैश से कहीं ज्यादा था.
(साथ में तिरूमला से उमा सुधीर और बाराबंकी से आलोक पांडे)
दरअसल कैश के संकट से आंध्र प्रदेश कई महीनों से जूझ रहा है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस साल 14 फरवरी को ही चिट्ठी लिख कर सरकार से 5000 करोड़ कैश में मांगे थे. आरबीआई ने ये पैसा दिया भी था इस निर्देश के साथ कि उसका वितरण राज्य के हर हिस्से में किया जाए. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में 16 मार्च 2018 को ये जानकारी दी.
यह भी पढ़ें : कैश है सदा के लिए, नोटबंदी के पहले और बाद कैशलेस लेनदेन में क्या पड़ा असर
वित्त मंत्री ने लोकसभा को लिखित में बताया था, "RBI ने बताया है कि अप्रैल 2017 से फरवरी 2018 तक 51,523 करोड़ रुपया हैदराबाद में आरबीआई के ऑफिस भेजा गया जो पूरे देश में आरबीआई के आफिस में भेजे गए कैश में सबसे ज़्यादा था." ऐसे में ये सवाल उठता है कि ये कैश आखिर गया कहां?
जेटली ने लोकसभा को बताया था कि RBI ने सरकार को सूचित किया है कि देश के हर राज्य में RBI के ऑफिस में पर्याप्त कैश उपलब्ध करा दिया गया है और हालात की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. लेकिन संकट आज भी कई राज्यों में बरकरार है. आंध्र से लगे कर्नाटक में भी कैश संकट जारी है. बेंगलुरु में भी एनडीटीवी को ऐसे लोग मिले जो कैश ना मिलने से परेशान दिखे. दक्षिण ही नहीं, पूर्वोत्तर भारत में भी ये संकट दिख रहा है. अरुणाचल में भी लोग ख़ाली एटीएम की शिकायत करते मिले.
VIDEO: कई राज्यों में कैश की कमी, खाली पड़े हैं ATM,नो कैश का बोर्ड
हालांकि उत्तर प्रदेश के कुछ ग्रामीण इलाकों में सुधार की खबर है. बाराबंकी के ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के मैनेजर कहते हैं, 'कुछ दिन पहले 5% से 10% तक कैश का संकट था जो अब दूर हो गया है.'
16 मार्च 2018 को वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा लोकसभा में बैंकों में कैश की किल्लत पर दिये गए लिखत बयान की मुख्य बातें इस प्रकार हैं...
1- आरबीआई ने सरकार को सूचित किया है कि देश के हर राज्य के आरबीआई के दफ्तर में पर्याप्त कैश की सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है. और आरबीआई पूरे देश में कैश सप्लाई की मॉनिटरिंग लगातार कर रही है.
2- कैश की कमी के मामलों में बैंक आरबीआई के साथ मिलकर जहां भी जरूरी है कदम उठा रहे हैं.
3- आरबीआई ने वित्त मंत्रालय को बताया है कि तेलंगाना सरकार की तरफ से 26 नवंबर 2016 को मिली मांग के हिसाब से कैश की आपूर्ति कर दी गई है.
4- आरबीआई ने वित्त मंत्रालय को बताया है कि नवंबर 2016 से मार्च 2017 के बीच 82,168 करोड़ रुपये हैदराबाद के आरबीआई दफ्तर में सप्लाई किया गया. जो अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा है. इसी तरह अप्रैल 2017 से फरवरी 2018 के बीच 51,523 करोड़ रुपये हैदराबाद में आरबीआई के दफ्तर में सप्लाई किया गया जो पूरे देश में किसी भी आरबीआई के दफ्तर में भेजे गए कैश से कहीं ज्यादा था.
(साथ में तिरूमला से उमा सुधीर और बाराबंकी से आलोक पांडे)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं