केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और ब्रू शरणार्थियों के प्रतिनिधियों ने त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा की उपस्थिति में मिजोरम से ब्रू शरणार्थियों के संकट को समाप्त करने और त्रिपुरा में अपने निपटान के लिए बृहस्पतिवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किया. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि त्रिपुरा में लगभग 30,000 ब्रू शरणार्थियों को बसाया जाएगा, इसके लिए 600 करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया है. अमित शाह ने कहा कि उनको (ब्रू शरणार्थियों) वहां पर 40 बाई 30 फीट का एक आवासीय प्लॉट दिया जाएगा और समझौतों के अनुसार उनके परिवार के नाम पर फिक्स्ड डिपॉजिट की जाएगी. साथ ही 5000 रुपये प्रति माह नकद सहायता दी जाएगी.
अमित शाह:उनको वहां पर 40 बाए 30 फीट का एक आवासीय प्लॉट दिया जाएगा और समझौतों के अनुसार 40 लाख की फीक्स्ड डिपॉजिट उनके परिवार के नाम पर की जाएगी, 5000 रुपये प्रति माह नकद सहायता दी जाएगी, 2 साल तक पूरा राशन भारत सरकार द्वारा दिया जाएगा और मकान बनाने के लिए 1.5 लाख रुपया दिया जाएगा https://t.co/2v1zLYtYd6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 16, 2020
गृह मंत्री ने कहा कि अगले 2 सालों तक ब्रू शरणार्थियों को पूरा राशन भारत सरकार द्वारा दिया जाएगा और मकान बनाने के लिए 1.5 लाख रुपया दिया जाएगा. बता दें कि ब्रू पूर्वोत्तर में बसने वाला एक जनजातीय समूह है. इनकी छिटपुट आबादी पूरे पूर्वोत्तर में है, लेकिन मिजोरम के ज्यादातर ब्रू मामित और कोलासिब जिले में रहते हैं. ब्रू समुदाय के अंदर तकरीबन एक दर्जन उपजातियां आती हैं. गौरतलब है कि ब्रू और मिजो समुदाय के बीच 1996 में हुआ सांप्रदायिक दंगा ब्रू समुदाय के पलायन का कारण बना था. (इनपुट-ANI से)
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