
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशियों के नाम पर विचार के लिए भारतीय जनता पार्टी की बैठक खत्म हो गई है. वर्चुअली हुई इस बैठक के बाद वरिष्ठ बीजेपी नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'हमने 172 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम के बारे में चर्चा की. हम यूपी विधानसभा चुनाव में 2017 की तुलना में बड़ी जीत हासिल करेंगे.' 172 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप देने के लिए हुई इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ओर सीएम योगी आदित्यनाथ में शामिल हुए. गौरतलब है कि सात चरणों में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा और अलीगढ़ जिले की 58 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. 14 जनवरी, शुक्रवार को पहले चरण की अधिसूचना जारी होगी जिसके बाद उम्मीदवारों का नामांकन शुरू हो जाएगा.
सत्तारूढ़ पार्टी के सामने इस अंचल में अपना पिछला प्रदर्शन दोहराने की बड़ी चुनौती है. इन 58 सीटों पर पिछली बार समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को दो-दो सीट तथा राष्ट्रीय लोकदल को एक सीट पर जीत मिली थी.बता दें, यूपी में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 403 सीटों में से सहयोगियों समेत 325 सीटों पर जीत मिली थी जबकि सपा को 47, बसपा को 19 और कांग्रेस को सात सीटें मिली थी. भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) को नौ और सुभासपा को चार सीटों पर जीत मिली थी.
यूपी में चुनाव के पहले, बीजेपी के लिए इस समय सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. पहले चरण के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने से पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा सरकार पर दलितों, पिछड़ों, युवाओं, किसानों, बेरोजगारों और वंचितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. मौर्य के इस्तीफ़े के एक दिन बाद ही वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी इस्तीफ़ा दे दिया. गुरुवार को योगी सरकार के एक और मंत्री धर्म सिंह सैनी ने इस्तीफा दे दिया है. (भाषा से भी इनपुट)
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