विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को बीजेपी सांसदों के एक समूह से मुलाकात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के छह वरिष्ठ मंत्रियों को नियमित रूप से अपने सांसदों से मुलाकात कर सरकार के कामकाज के बारे में फीडबैक लेने का निर्देश दिया है.
पीएम ने कहा था कि ऐसी मुलाकातों के दौरान सांसद विभिन्न मामलों पर खुलकर अपनी बात रख सकते हैं और अपने 'मन की बात' कर सकते हैं. सोमवार की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे. यह मीटिंग विदेश मंत्रालय के दफ्तर जवाहर भवन में हुई.
इस खास मीटिंग के लिए करीब 50-60 सांसदों का एक ग्रुप बनाया जाता है, लेकिन ये मंत्री के गृह राज्य के नहीं होते हैं. जिन छह वरिष्ठ मंत्रियों को इस तरह की मीटिंग करने का जिम्मा सौंपा गया है, वे हैं- राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, मनोहर पर्रिकर, वेंकैया नायडू और नितिन गडकरी.
ये सभी वरिष्ठ मंत्री सांसदों से मुलाकातों के दौरान मिले फीडबैक के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी देंगे. सांसदों की ऐसी शिकायत थी कि उन्हें पार्टी नेतृत्व के समक्ष अपना नजरिया पेश करने का मौका नहीं मिल पाता है.
पीएम ने कहा था कि ऐसी मुलाकातों के दौरान सांसद विभिन्न मामलों पर खुलकर अपनी बात रख सकते हैं और अपने 'मन की बात' कर सकते हैं. सोमवार की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे. यह मीटिंग विदेश मंत्रालय के दफ्तर जवाहर भवन में हुई.
इस खास मीटिंग के लिए करीब 50-60 सांसदों का एक ग्रुप बनाया जाता है, लेकिन ये मंत्री के गृह राज्य के नहीं होते हैं. जिन छह वरिष्ठ मंत्रियों को इस तरह की मीटिंग करने का जिम्मा सौंपा गया है, वे हैं- राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, मनोहर पर्रिकर, वेंकैया नायडू और नितिन गडकरी.
ये सभी वरिष्ठ मंत्री सांसदों से मुलाकातों के दौरान मिले फीडबैक के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी देंगे. सांसदों की ऐसी शिकायत थी कि उन्हें पार्टी नेतृत्व के समक्ष अपना नजरिया पेश करने का मौका नहीं मिल पाता है.
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