बिहार : सीएम नीतीश ने नदी किनारे रह रहे लोगों से राहत शिविरों में जाने की अपील की

बिहार : सीएम नीतीश ने नदी किनारे रह रहे लोगों से राहत शिविरों में जाने की अपील की

बिहार में बाढ़ से हालात खराब

पटना:

बिहार के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. गंगा, सोन, गंडक समेत कई नदियां उफान पर हैं. पटना के निचले इलाक़ों में पानी घुस आया है. बाढ़ के हालात से निपटने के लिए सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने रविवार को उच्चस्तरीय बैठक की.

मुख्यमंत्री ने पटना, भोजपुर, सारन, वैशाली, बेगूसराय और खगड़िया के इलाक़ों का हवाई सर्वे भी किया. बक्सर, समस्तीपुर, लखीसराय, मुंगेर और कटिहार के इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात हैं. मुख्यमंत्री ने नदी किनारे के इलाकों में रह रहे लोगों से वहां से निकल कर राहत शिविरों में शरण लेने की अपील की है.

फ़िलहाल 82 राहत शिविरों में करीब 15,000 लोगों ने शरण ले रखी है. छत्तीसगढ़ के बनसागर डैम से 11.63 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से बाढ़ जैसे हालात बने हैं हालांकि फरक्का बैराज के सभी गेट खोले जाने के बाद जल्द ही पानी घटने के आसार हैं.
 
पटना में गंगा उफान पर है.हालात को देखते हुए पटना में NDRF की पांच टीम चेन्नई से मंगाने का फ़ैसला किया गया है. गंगा नदी के जलस्तर में आई वृद्धि के कारण कई ज़िलों में लोग बेघर हो गए हैं. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र से राहत नहीं बल्कि नदियों ख़ासकर गंगा नदी के पेट में जमा बालू के जमा ढेर के स्थायी समाधान के लिए केंद्र से एक टीम भेजने की मांग की है.

इस बीच गंगा के जल स्तर में जल्द ही गिरावट आने की उम्मीद है क्योंकि पश्चिम बंगाल फरक्का बैराज के 104 गेट खोल दिए गए हैं ताकि पानी तेज़ी से आगे निकल जाए.


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