Bihar Assembly elections Result 2020: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने चिराग पासवान और उनकी लोकशक्ति पार्टी (LJP) पर निशाना साधा है. जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी (KC Tyagi) ने NDTV से बातचीत में कहा, चुनाव के नतीजे बताते हैं कि अगर लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ते तो तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव, दोनों इन चुनावों में हार जाते और जेडीयू को 83 सीटें मिली होती और आज सबसे बड़ी पार्टी होती. त्यागी ने कहा कि इन नतीजों से साफ है कि ब्रांड नीतीश कुमार कमजोर नहीं हुआ है और सत्ताविरोधी रुझान (Anti-Incumbency) इन चुनावों में कोई फैक्टर नहीं था.
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उन्होंने कहा कि नीतीश की सभाओं में महिलाओं की भागीदारी ज्यादा थी जबकि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सभाओं में महिलाओं की गैरमौजूदगी अखरती थीत्यागी ने यह भी दावा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को महिलाओं और OBC समुदाय का बड़ा भारी मत प्रतिशत नीतीश की वजह से मिला है. शराबबंदी नीतीश के सोशल जस्टिस के एजेंडे का हिस्सा था और ग्रामीण इलाकों में महिलाओं ने शराबबंदी का स्वागत किया है.
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उन्होंने कहा, 'मेरी राय में शराब लॉबी का असर कुछ लोगों पर था लेकिन लोगों ने उसे रिजेक्ट कर दिया है. एनडीए के सर्वोच्च नेता नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा ने दर्जनों बार सार्वजनिक तौर पर यह घोषणा की है कि नीतीश मुख्यमंत्री होंगे. इसके बावजूद कुछ ऐसे लोगों की ओर से गलत इरादे से कैंपेन चलाया गया जो ब्रांड नीतीश और एनडीए को खत्म करना चाहते हैं. बीजेपी ने गठबंधन धर्म निभाया लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी ने सबसे ज्यादा नुकसान NDA को पहुंचाया है.
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