बेंगलुरु में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध और नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में कन्नड़ समर्थक संगठनों के बंद के आह्वान से सामान्य जनजीवन गुरुवार को प्रभावित हुआ है।
शहर में निजी स्कूलों और कॉलेजों ने सुरक्षा के मद्देनजर छुट्टी घोषित कर दी। शॉपिंग मॉल और सिनेमाघरों में भी 12 घंटे के बंद के समर्थन में सुबह 6 बजे से ताले लगा दिए गए। व्यस्ततम समय में सड़कों पर यातायात कम दिखा।
हालांकि, बीएमटीसी की बस सेवाएं जारी रहीं, जबकि कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन (केएसआरटीसी) ने अंतर-राज्यीय बस सेवा जारी रखी, लेकिन सड़कों पर कम बसें नजर आईं। टैक्सी और ऑटो यूनियन ने भी शाम तक अपने वाहन न निकालने का फैसला किया।
इस बंद का असर रेल और उड़ान पर नहीं हुआ है। हालांकि, रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या आम दिनों की अपेक्षा 50 फीसदी कम थी।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने बताया, बंद अब तक शांतिपूर्ण रहा है और कुछ जगहों पर दुकानों और निजी संस्थानों को जबरन बंद कराने के अलावा हमारी जानकारी में किसी तरह की अप्रिय घटना सामने नहीं आई है।
सरकारी दफ्तर, आईटी कंपनियां और निजी संस्थान में कामकाज कम कर्मचारियों के साथ जारी है। रेस्तरां, दुकानों, कपड़े के कारखानों और लघु व मध्यम उद्योगों ने शाम छह बजे तक अपने संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है।
करीब 50 कन्नड़ समर्थक संगठन टाउन हॉल से राज्य सचिवालय की तरफ रैली निकालेंगे और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को राज्य में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध पर लगाम लगाने और हमलावरों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की अपील करने वाला ज्ञापन सौंपेंगे।
3 जुलाई को बेंगलरु के एक शीर्ष स्कूल में छह वर्षीय छात्रा और 25 जुलाई को सात वर्षीय लड़की के साथ हुए कथित दुष्कर्म की घटना पर परिजनों, छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और महिला संगठनों के विरोध के बाद पुलिस ने शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी है और चौकसी बढ़ा दी है।
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