नई दिल्ली:
11 मई को एक महिला को पत्थर मारने के आरोपी ट्रैफिक पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल के मामले में एक ऑडियो टेप और कुछ नई बातें सामने आने से नया मोड़ आ गया है। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या पुलिसकर्मी को इतनी जल्दी बर्खास्त करना सही था।
महिला पर पत्थर मारने की तस्वीर सबने देखी और इसकी वजह से ट्रैफिक पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल सतीश चंद्र की नौकरी भी छूटी, वो जेल में भी हैं। लेकिन वो बातचीत अब सामने आई है जो इस पूरे मामले के नए पहलू को सामने लाती है। बातचीत कुछ इस तरह है...
पुलिस : बे मतलब के यहां ड्रामा मत करो
महिला : होगा तो
पुलिस : दिखाओ
महिला : दिखा कर क्या करना है
पुलिस : क्यों
महिला : क्या करना है
पुलिस : चालान करेंगे
महिला : चालान तो करो... मैं पैसे हाथ में नहीं दूंगी
पुलिस : मैं कोर्ट का कर दूंगा
महिला : हां कोर्ट का करो
पुलिस : लाओ तो RC और लाइसेंस दो... ये कौन सी तमीज़ है
महिला : क्या तमीज़ है
पुलिस : ना RC है... ना लाइसेंस
महिला : क्यों नहीं है... हम टुच्चे दिख रहे हैं क्या तुम्हारी तरह
पुलिस : हम टुच्चे दिख रहे हैं क्या
महिला : बिल्कुल टुच्चे लोग हो
पुलिस : टुच्चे तुम हो
महिला : ओए
पुलिस : ओए क्या
महिला : तमीज़ से बात करो... समझ में आई
पुलिस : बकवास नहीं करेगी... समझी
महिला : बकवास नहीं करेगी
पुलिस : तमीज़ नहीं है बोलने की
महिला : तुझे तमीज़ है
पुलिस : अब देख ले
महिला : अब देख ले... देख ले
पुलिस : कोई बात नहीं.. बोले जा... ला RC और लाइसेंस दे
महिला : बदतमीज़ कहीं का
पुलिस : बदतमीज़ी कर रही है
महिला : पकड़ियो फोन... बदतमीज़ी करन लाग रहा
पुलिस : तमीज़ नहीं है बोलने की
महिला : तुझे तमीज़ है
इस मामले में महिला के भाई बिरजू सिंह का कहना है कि जो ऑडियो टेप आया है वो बाद का है जबकि सतीश उससे घूस के तौर पर 200 रुपये पहले ही मांग रहा था। उसने बताया कि ट्रैफिक पुलिस वाला जिस तरह का व्यवहार कर रहा था उसके बाद ही उसकी बहन ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
वहीं गोल्फ लिंक इलाके में जहां ये घटना हुई उसके ठीक सामने की कोठी में रहने वाली वीना सिंह का कहना है कि वो अक्सर सतीश को चालान काटते हुए देखती थीं और बहुत ही शांत स्वभाव का आदमी है। उसे कभी किसी से झगड़ा करते हुए नहीं देखा। घटना के बारे में वो कहती हैं कि उन्हें लोगों ने बताया कि महिला चालान भरने को तैयार नहीं थीं और जब सतीश ने उससे स्कूटी के पेपर मांगे तो वो सतीश से बुरी तरह बदसलूकी करने लगी।
आरोपी पुलिसकर्मी ने अपने बयान में कहा है कि महिला ने उनसे पहले बदसलूकी की और फिर घूस मांगने का झूठा आरोप लगाया। अब ये सवाल उठ रहा है कि निलंबन के सिर्फ एक घंटे के भीतर हेड कांस्टेबल की बर्खास्तगी का फ़ैसला क्या सिर्फ दिल्ली पुलिस ने अपनी छवि सुधारने की हड़बड़ी में किया? पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी का कहना है कि शुरूआती सबूतों के आधार पर जो कार्रवाई हुई वो सही थी, अब नई जानकारियों को भी जांच में शामिल किया जायेगा।
इस बीच दिल्ली हाइकोर्ट ने अपनी तरफ से इस मामले की सुनवाई की और महिला के बदलते बयानों पर सख्ती से सवाल खड़े किए। अदालत ने कहा, 'वो जिस तरह बयान बदल रही है उससे लगता है कि वह टीवी स्टार हो गई है।'
इस घटना के बाद 12 मई को चालान में बेहद कमी आयी। दिल्ली पुलिस ने महज 6000 चालान काटे। पुलिस अब चालान काटते वक्त वीडियो रिकार्डिंग की भी तैयारी कर रही है साथ ही चालान काटने के लिए एक टीम में 2-4 पुलिसकर्मियों को शामिल करने की तैयारी कर रही है।
महिला पर पत्थर मारने की तस्वीर सबने देखी और इसकी वजह से ट्रैफिक पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल सतीश चंद्र की नौकरी भी छूटी, वो जेल में भी हैं। लेकिन वो बातचीत अब सामने आई है जो इस पूरे मामले के नए पहलू को सामने लाती है। बातचीत कुछ इस तरह है...
पुलिस : बे मतलब के यहां ड्रामा मत करो
महिला : होगा तो
पुलिस : दिखाओ
महिला : दिखा कर क्या करना है
पुलिस : क्यों
महिला : क्या करना है
पुलिस : चालान करेंगे
महिला : चालान तो करो... मैं पैसे हाथ में नहीं दूंगी
पुलिस : मैं कोर्ट का कर दूंगा
महिला : हां कोर्ट का करो
पुलिस : लाओ तो RC और लाइसेंस दो... ये कौन सी तमीज़ है
महिला : क्या तमीज़ है
पुलिस : ना RC है... ना लाइसेंस
महिला : क्यों नहीं है... हम टुच्चे दिख रहे हैं क्या तुम्हारी तरह
पुलिस : हम टुच्चे दिख रहे हैं क्या
महिला : बिल्कुल टुच्चे लोग हो
पुलिस : टुच्चे तुम हो
महिला : ओए
पुलिस : ओए क्या
महिला : तमीज़ से बात करो... समझ में आई
पुलिस : बकवास नहीं करेगी... समझी
महिला : बकवास नहीं करेगी
पुलिस : तमीज़ नहीं है बोलने की
महिला : तुझे तमीज़ है
पुलिस : अब देख ले
महिला : अब देख ले... देख ले
पुलिस : कोई बात नहीं.. बोले जा... ला RC और लाइसेंस दे
महिला : बदतमीज़ कहीं का
पुलिस : बदतमीज़ी कर रही है
महिला : पकड़ियो फोन... बदतमीज़ी करन लाग रहा
पुलिस : तमीज़ नहीं है बोलने की
महिला : तुझे तमीज़ है
इस मामले में महिला के भाई बिरजू सिंह का कहना है कि जो ऑडियो टेप आया है वो बाद का है जबकि सतीश उससे घूस के तौर पर 200 रुपये पहले ही मांग रहा था। उसने बताया कि ट्रैफिक पुलिस वाला जिस तरह का व्यवहार कर रहा था उसके बाद ही उसकी बहन ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
वहीं गोल्फ लिंक इलाके में जहां ये घटना हुई उसके ठीक सामने की कोठी में रहने वाली वीना सिंह का कहना है कि वो अक्सर सतीश को चालान काटते हुए देखती थीं और बहुत ही शांत स्वभाव का आदमी है। उसे कभी किसी से झगड़ा करते हुए नहीं देखा। घटना के बारे में वो कहती हैं कि उन्हें लोगों ने बताया कि महिला चालान भरने को तैयार नहीं थीं और जब सतीश ने उससे स्कूटी के पेपर मांगे तो वो सतीश से बुरी तरह बदसलूकी करने लगी।
आरोपी पुलिसकर्मी ने अपने बयान में कहा है कि महिला ने उनसे पहले बदसलूकी की और फिर घूस मांगने का झूठा आरोप लगाया। अब ये सवाल उठ रहा है कि निलंबन के सिर्फ एक घंटे के भीतर हेड कांस्टेबल की बर्खास्तगी का फ़ैसला क्या सिर्फ दिल्ली पुलिस ने अपनी छवि सुधारने की हड़बड़ी में किया? पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी का कहना है कि शुरूआती सबूतों के आधार पर जो कार्रवाई हुई वो सही थी, अब नई जानकारियों को भी जांच में शामिल किया जायेगा।
इस बीच दिल्ली हाइकोर्ट ने अपनी तरफ से इस मामले की सुनवाई की और महिला के बदलते बयानों पर सख्ती से सवाल खड़े किए। अदालत ने कहा, 'वो जिस तरह बयान बदल रही है उससे लगता है कि वह टीवी स्टार हो गई है।'
इस घटना के बाद 12 मई को चालान में बेहद कमी आयी। दिल्ली पुलिस ने महज 6000 चालान काटे। पुलिस अब चालान काटते वक्त वीडियो रिकार्डिंग की भी तैयारी कर रही है साथ ही चालान काटने के लिए एक टीम में 2-4 पुलिसकर्मियों को शामिल करने की तैयारी कर रही है।
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