'रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा भारत', अटल सुरंग के उद्घाटन के दौरान PM मोदी के भाषण की खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में अटल सुरंग (Atal Tunnel) राष्ट्र को समर्पित की. मोदी ने परियोजना के काम में पिछली सरकार के दौरान देरी को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने बताया कि पिछले छह साल में परियोजना का 26 साल का काम पूरा कर लिया गया. जानिए PM के संबोधन की बड़ी बातें...

'रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा भारत', अटल सुरंग के उद्घाटन के दौरान PM मोदी के भाषण की खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल टनल का उद्घाटन किया

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में अटल सुरंग (Atal Tunnel) राष्ट्र को समर्पित की. मोदी ने रोहतांग में उद्घाटन के अवसर पर इस परियोजना के काम में पिछली सरकार के दौरान देरी को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने बताया कि पिछले छह साल में परियोजना का 26 साल का काम पूरा कर लिया गया. जानिए PM के संबोधन की बड़ी बातें...

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. देश में ही आधुनिक अस्त्र-शस्त्र बने, मेक इन इंडिया के तहत हथियार के लिए बड़े सुधार किए गए हैं. सेनाओं की आवश्यकताओं के अनुसार Procurement और Production दोनों में बेहतर समन्वय स्थापित हुआ है

  2. हमारी सरकार के फैसले साक्षी हैं कि जो कहते हैं, वो करके दिखाते हैं. देश हित से बड़ा, देश की रक्षा से बड़ा हमारे लिए और कुछ नहीं. लेकिन देश ने लंबे समय तक वो दौर भी देखा है जब देश के रक्षा हितों के साथ समझौता किया गया

  3. सीमा पर सड़क, पुल, सुरंग के साथ Border Infrastructure के विकास में पूरी ताकत लगा दी गई है. सड़क बनाने का काम हो, पुल बनाने का काम हो, सुरंग बनाने का काम हो, इतने बड़े स्तर पर देश में पहले कभी काम नहीं हुआ. इसका बहुत बड़ा लाभ आम जनता के साथ ही हमारे सैनिकों को भी हो रहा है

  4. अटल जी के साथ ही एक और पुल का नाम जुड़ा है- कोसी महासेतु का. बिहार में कोसी महासेतु का शिलान्यास भी अटल जी ने ही किया था. 2014 में सरकार में आने के बाद कोसी महासेतु का काम भी हमने तेज करवाया. कुछ दिन पहले ही कोसी महासेतु भी शुरू किया जा चुका है

  5. अटल टनल की तरह ही अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में देरी हुई. लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी के रूप में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हवाई पट्टी 40-45 साल तक बंद रही. इसकी क्या मजबूरी थी, क्या दबाव था, मैं इसके विस्तार में नहीं जाना चाहता

  6. अटल टनल के काम में छह साल में अभूतपूर्व तेजी आई है. हर साल पहले 300 मीटर सुरंग बन रही थी, उसकी गति बढ़कर 1400 मीटर प्रति वर्ष हो गई. सिर्फ 6 साल में हमने 26 साल का काम पूरा कर लिया है. जब विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ना हो, जब देश के लोगों के विकास की प्रबल इच्छा हो, तो रफ्तार बढ़ानी ही पड़ती है.