देश की राजधानी में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे केसों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में फिलहाल लॉकडाउन की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस बारे में दिल्ली के लोगों की सलाह लेकर कोई फैसला किया जाएगा.प्रेस कॉन्फ्रेंस मे सीएम केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं और देश में भी बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 16 मार्च को दिल्ली में 425 केस थे और आज 3583 केस हैं. दिल्ली के लिए चौथी वेव है. इस वाली तेज़ी में देखने को मिल रहा है कि बहुत तेजी से मामले बढ़ रहे हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है सरकार ने स्थिति पर नजर रखी हुई है और जो भी जरूरत होगी सरकार कदम उठाएगी.
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उन्होंने कहा कि वैसे मामले तो बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन इस चौथी वेव में मामले पिछली बार से कम सीरियस आ रहे हैं. मौत के मामले भी पिछली बार के मुकाबले काफी कम है. पिछली बार जब तीन चार हजार मामले आ रहे थे तो रोजाना 40 के करीब मौत हो रही थी और अभी 10 से 12 मौत हो रही. सीएम ने कहा कि अभी लॉकडाउन पर विचार नहीं किया जा रहा लेकिन लॉक डाउन की कभी स्थिति बनी तो आपसी बात करके ही फैसला लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने बताया कि आज की मीटिंग में समीक्षा की गई कि अगर लोग बीमार हो तो अस्पतालों में उसकी व्यवस्था होनी चाहिए. बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आईसीयू की व्यवस्था पर आज विचार किया गया है और इसके लिए पूरा प्लान तैयार किया गया है कि किस स्टेज में आईसीयू के बेड बढ़ाए जाने चाहिए, कब सरकारी अस्पताल में बढ़ाए जाएंगे का प्राइवेट अस्पताल में बढ़ाए जाएंगे? हमारे सामने मोटे तौर पर तीन काम है..
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1. इस को फैलने से कैसे रोका जाए.टेस्ट, ट्रैक और आइसोलेशन को मजबूत किया जाए. इसमें सरकार का रोल बहुत कम है सबसे ज्यादा रोल जनता का है. पिछली तीन पीक को अच्छे से हैंडल किया, इस बार भी करना है. मास्क पहने और दूरी बनाए.
2. बीमार होने पर हॉस्पिटल में उचित इलाज होना चाहिए जिसके लिए सरकार काम कर रही है
3. वैक्सीनेशन सबसे ज्यादा जरूरी है. सरकार इस पर पूरा जोर दे रही है.
उन्होंने बताया कि कल 71000 टीके लगाए गए हैं. 45 से ऊपर वालों को टीका लगना शुरू हो गया है.टीकाकरण में हम को दिक्कत या रही है कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक अस्पताल या हेल्थ फैसिलिटी में ही टीका लगाया जा सकता है. टीका सुरक्षित है. केंद्र सरकार हमको बड़े स्तर पर टीका लगाना की इजाजत दें तो हम स्कूल आदि मैं भी सेंटर बनाकर युद्ध स्तर पर टीकाकरण अभियान शुरू कर सकते हैं. अगर हम नॉन्ड हेल्थ फैसिलिटी में टीका लगाने की इजाजत नहीं देंगे तो उसकी सीमा है उससे ज़्यादा टीके नहीं लग सकते. केंद्र सरकार सब को टीका लगाने की इजाजत दें ताकि सब टीका लगवा सकें
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