जम्मू कश्मीर के रफियाबाद में 20 घंटे चली मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया आतंकी
श्रीनगर:
सेना के कमांडो ने गुफा में बुधवार रात से छुपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए गुफा में मिर्ची बम और आंसू गैस के गोले दागे, जिसके बाद आतंकवादी घबरा गया और तुरंत बाहर निकल आया। जावेद अहमद को उसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया और उसने खुद को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुज्जफरगढ़ का निवासी बताया।
22 साल का यह आतंकवादी उन पांच आतंकवादियों में से एक था, जिसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से यहां घुसपैठ की थी। जब सेना को घुसपैठ की जानकारी हुई तो ये आतंकवादी एक गुफा में छुप गए। सेना आतंकवादियों की तलाश में कश्मीर के रफियाबाद में तलाशी अभियान चला रही थी।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि यहां से करीब 100 किलोमीटर उत्तर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घुसपैठ करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकवादियों ने नियंत्रण रेखा पर लगाए गए कड़े सुरक्षा घेरे को तोड़ने के कई प्रयास किए। नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा घेरे में बदलाव 15वीं कोर के निवर्तमान कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा के दिमाग की सोच थी। साहा नई जिम्मेदारी के लिए सैन्य मुख्यालय चले गए हैं।
सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सेना की तकनीकी खुफिया इकाई ने इस बारे में सिगलन पकड़े कि एक समूह 25-26 अगस्त की रात में इस क्षेत्र से घुसपैठ करने का प्रयास कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि एक घेराबंदी की गई और बुधवार को मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। हालांकि बाकी आतंकवादियों का पता नहीं चला।
जब अभियान को खत्म किया जा रहा था, तब सेना के एक मेजर ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादी अभी भी भारतीय क्षेत्र में हैं। आतंकियों की तलाश के लिए विभिन्न इकाइयों की एक टीम बनाई गई। अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान रफियाबाद में एक ऊंचाई वाले क्षेत्र पर एक प्राकृतिक गुफा मिली। जब सुरक्षा बल वहां पहुंचा आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गए।
इस आशंका पर कि गुफा में कुछ और आतंकवादी छुपे हो सकते हैं, सैनिकों ने उन्हें बाहर निकालने के लिए आंसू गैस और मिर्ची बम के कुछ गोले दागे। कुछ समय बाद जवान गुफा में घुसे और उन्होंने वहां जावेद को रोते हुए पाया। उसे गिरफ्तार करके श्रीनगर स्थित संयुक्त पूछताछ केंद्र भेज दिया गया।
22 साल का यह आतंकवादी उन पांच आतंकवादियों में से एक था, जिसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से यहां घुसपैठ की थी। जब सेना को घुसपैठ की जानकारी हुई तो ये आतंकवादी एक गुफा में छुप गए। सेना आतंकवादियों की तलाश में कश्मीर के रफियाबाद में तलाशी अभियान चला रही थी।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि यहां से करीब 100 किलोमीटर उत्तर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घुसपैठ करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकवादियों ने नियंत्रण रेखा पर लगाए गए कड़े सुरक्षा घेरे को तोड़ने के कई प्रयास किए। नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा घेरे में बदलाव 15वीं कोर के निवर्तमान कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा के दिमाग की सोच थी। साहा नई जिम्मेदारी के लिए सैन्य मुख्यालय चले गए हैं।
सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सेना की तकनीकी खुफिया इकाई ने इस बारे में सिगलन पकड़े कि एक समूह 25-26 अगस्त की रात में इस क्षेत्र से घुसपैठ करने का प्रयास कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि एक घेराबंदी की गई और बुधवार को मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। हालांकि बाकी आतंकवादियों का पता नहीं चला।
जब अभियान को खत्म किया जा रहा था, तब सेना के एक मेजर ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादी अभी भी भारतीय क्षेत्र में हैं। आतंकियों की तलाश के लिए विभिन्न इकाइयों की एक टीम बनाई गई। अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान रफियाबाद में एक ऊंचाई वाले क्षेत्र पर एक प्राकृतिक गुफा मिली। जब सुरक्षा बल वहां पहुंचा आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गए।
इस आशंका पर कि गुफा में कुछ और आतंकवादी छुपे हो सकते हैं, सैनिकों ने उन्हें बाहर निकालने के लिए आंसू गैस और मिर्ची बम के कुछ गोले दागे। कुछ समय बाद जवान गुफा में घुसे और उन्होंने वहां जावेद को रोते हुए पाया। उसे गिरफ्तार करके श्रीनगर स्थित संयुक्त पूछताछ केंद्र भेज दिया गया।
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