नई दिल्ली:
भारत ने क्रिसमस पर प्रसारित विशेष कार्यक्रम के लिए देशभ्रमण के दौरान बीबीसी प्रस्तोता जेरमी क्लार्कसन द्वारा भारतीय संस्कृति का उपहास उड़ाने को समझौते का ‘उल्लंघन’ करार देते हुए माफी मांगने को कहा है।
सबसे अधिक वेतन वाले बीबीसी प्रस्तोताओं में से एक क्लार्कसन को विवादास्पद टिप्पणियों के लिए जाना जाता है। क्लार्कसन ने ‘टॉप गीयर’ कार्यक्रम प्रस्तुत किया था। कार्यक्रम के प्रसारण के बाद से ही इसके खिलाफ नस्ली सहित कई अन्य शिकायतें मिली हैं। भारतीय उच्चयोग ने गत छह जनवरी को कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता क्रिस हेल और बीबीसी के महानिदेशक मार्क थामसन को भेजे पत्र में कहा कि बीबीसी ने स्पष्ट रूप से उस समझौते का उल्लंघन किया जो आपने किया था।
पत्र में कहा गया है, ‘इस कार्यक्रम में घटिया ताने और बेस्वाद हास्य होने के साथ ही सांस्कृतिक संवेदनशीलता की कमी थी। यह स्पष्ट रूप से वैसा नहीं है जो हम बीबीसी से उम्मीद करते हैं। मैं उस वृत्तचित्र की सामग्री और उसकी प्रस्तुति के लहजे को लेकर अपनी गहरी निराशा जताता हूं।’ उस कार्यक्रम ने क्लार्कसन ने कथित रूप से भारत की ट्रेनों, शौचालयों, पहनावे, खानपान और इतिहास को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी। बीबीसी ने उस कार्यक्रम को लेकर 23 शिकायतें मिलने की पुष्टि की है। उसने कहा कि वह भारतीय उच्चायोग के पत्र का सीधा जवाब देगा।
लेबर पार्टी से वरिष्ठ सांसद कीथ वाज ने कहा कि बीबीसी को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंेने कहा कि एक हास्यास्पद कार्यक्रम से अच्छे संबंध प्रभावित हो सकते हैं।
सबसे अधिक वेतन वाले बीबीसी प्रस्तोताओं में से एक क्लार्कसन को विवादास्पद टिप्पणियों के लिए जाना जाता है। क्लार्कसन ने ‘टॉप गीयर’ कार्यक्रम प्रस्तुत किया था। कार्यक्रम के प्रसारण के बाद से ही इसके खिलाफ नस्ली सहित कई अन्य शिकायतें मिली हैं। भारतीय उच्चयोग ने गत छह जनवरी को कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता क्रिस हेल और बीबीसी के महानिदेशक मार्क थामसन को भेजे पत्र में कहा कि बीबीसी ने स्पष्ट रूप से उस समझौते का उल्लंघन किया जो आपने किया था।
पत्र में कहा गया है, ‘इस कार्यक्रम में घटिया ताने और बेस्वाद हास्य होने के साथ ही सांस्कृतिक संवेदनशीलता की कमी थी। यह स्पष्ट रूप से वैसा नहीं है जो हम बीबीसी से उम्मीद करते हैं। मैं उस वृत्तचित्र की सामग्री और उसकी प्रस्तुति के लहजे को लेकर अपनी गहरी निराशा जताता हूं।’ उस कार्यक्रम ने क्लार्कसन ने कथित रूप से भारत की ट्रेनों, शौचालयों, पहनावे, खानपान और इतिहास को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी। बीबीसी ने उस कार्यक्रम को लेकर 23 शिकायतें मिलने की पुष्टि की है। उसने कहा कि वह भारतीय उच्चायोग के पत्र का सीधा जवाब देगा।
लेबर पार्टी से वरिष्ठ सांसद कीथ वाज ने कहा कि बीबीसी को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंेने कहा कि एक हास्यास्पद कार्यक्रम से अच्छे संबंध प्रभावित हो सकते हैं।
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