नई दिल्ली:
जानी-मानी कलाकार अंजोली इला मेनन का कहना है कि महिलाओं के लिए कला के क्षेत्र में दाखिला काफी आसान रहा है, लेकिन गलत कारणों से। इसके अलावा एक बार शादी हो जाने पर महिलाओं का कला का दामन छोड़कर चले जाना भी आम बात हुआ करती थी, लेकिन अब वक्त और हालात बदल रहे हैं, और महिला कलाकार बेहद शानदार काम कर रही हैं।
वीमैन ऑफ वर्थ कॉन्क्लेव के दौरान 'महिलाएं हैं तैयार, क्या मदद करेंगे कॉरपोरेट और सरकार...?' विषय पर आयोजित चर्चा में योजना आयोग की पूर्व सदस्य डॉ सईदा एस. हमीद ने भी कहा कि सक्षम महिलाओं को आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने महिला आयोग के जरिये कोशिशें भी कीं, लेकिन राजनैतिक स्तर पर उसका विरोध किया गया, क्योंकि राजनेताओं को लगता है कि महिलाएं उनसे बेहतर कर दिखाएंगी।
इस पर संपर्क फाउंडेशन के संस्थापक व एचसीएल टेक्नोलॉजीज़ के पूर्व सीईओ विनीत नायर ने कहा कि हमें महिलाओं को प्रेरित करने और उनके लिए ऐसा माहौल बनाने की ज़रूरत है, जहां वे अपनी योग्यता का परिचय दे सकें।
नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के सीईओ जयंत कृष्णा का कहना था कि आईटी, टेलीकॉम आदि क्षेत्रों में भी महिलाएं शानदार काम कर रही हैं। लेकिन निचले स्तर पर ही महिलाओं की तादाद ज़्यादा है, वरना जैसे-जैसे आप ऊंचाई पर देखेंगे, महिलाओं की गिनती कम होती दिखाई देती है, इसलिए हम महिलाओं में कार्यकुशलता को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, विशेषकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में।
ई-व्हीकल्स में पार्टनर, स्मार्ट ग्रुप की कार्यकारी निदेशक, एसोचैम की नेशनल काउंसिल ऑफ कॉरपोरेट गवर्नेंस, सीएसआर व कॉरपोरेट मामले की अध्यक्ष प्रीति मल्होत्रा ने कहा कि महिलाओं को खुद को साबित करने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि एक अध्ययन के अनुसार, कामकाजी महिलाओं में सिर्फ 11 फीसदी ही शीर्ष पदों तक पहुंच पाती हैं।
वीमैन ऑफ वर्थ कॉन्क्लेव के दौरान 'महिलाएं हैं तैयार, क्या मदद करेंगे कॉरपोरेट और सरकार...?' विषय पर आयोजित चर्चा में योजना आयोग की पूर्व सदस्य डॉ सईदा एस. हमीद ने भी कहा कि सक्षम महिलाओं को आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने महिला आयोग के जरिये कोशिशें भी कीं, लेकिन राजनैतिक स्तर पर उसका विरोध किया गया, क्योंकि राजनेताओं को लगता है कि महिलाएं उनसे बेहतर कर दिखाएंगी।
इस पर संपर्क फाउंडेशन के संस्थापक व एचसीएल टेक्नोलॉजीज़ के पूर्व सीईओ विनीत नायर ने कहा कि हमें महिलाओं को प्रेरित करने और उनके लिए ऐसा माहौल बनाने की ज़रूरत है, जहां वे अपनी योग्यता का परिचय दे सकें।
नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के सीईओ जयंत कृष्णा का कहना था कि आईटी, टेलीकॉम आदि क्षेत्रों में भी महिलाएं शानदार काम कर रही हैं। लेकिन निचले स्तर पर ही महिलाओं की तादाद ज़्यादा है, वरना जैसे-जैसे आप ऊंचाई पर देखेंगे, महिलाओं की गिनती कम होती दिखाई देती है, इसलिए हम महिलाओं में कार्यकुशलता को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, विशेषकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में।
ई-व्हीकल्स में पार्टनर, स्मार्ट ग्रुप की कार्यकारी निदेशक, एसोचैम की नेशनल काउंसिल ऑफ कॉरपोरेट गवर्नेंस, सीएसआर व कॉरपोरेट मामले की अध्यक्ष प्रीति मल्होत्रा ने कहा कि महिलाओं को खुद को साबित करने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि एक अध्ययन के अनुसार, कामकाजी महिलाओं में सिर्फ 11 फीसदी ही शीर्ष पदों तक पहुंच पाती हैं।
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