विज्ञापन
This Article is From Jul 27, 2018

अमेरिका के पहले सिख-अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पर पगड़ी को लेकर नस्ली टिप्पणी 

मॉलॉय ने कहा कि आप अटॉर्नी जनरल को जानते हैं? मैं उनका नाम कभी पता नहीं करूंगा. मैं सिर्फ उन्हें पगड़ी पहना हुआ व्यक्ति कहूंगा.

अमेरिका के पहले सिख-अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पर पगड़ी को लेकर नस्ली टिप्पणी 
प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली: अमेरिका के पहले सिख अमेरिकी अटॉर्नी जनरल गुरबीर ग्रेवाल को दो रेडियो प्रस्तोताओं द्वारा नस्ली टिप्पणी का शिकार होना पड़ा जिन्होंने कार्यक्रम में बार-बार उन्हें पगड़ीधारी कहा. इसकी राजनेताओं और दूसरे नागरिकों ने काफी आलोचना की है. एनजे 101.5 एफएम पर डेनिस एंड जुडी शो प्रस्तुत करने वाले डेनिस मॉलॉय और जुडी फ्रेंको ने मारिजुआना से जुड़े मामले पर अभियोजन निलंबित करने के ग्रेवाल के फैसले पर कार्यक्रम के दौरान चर्चा करते हुए उन्हें ‘पगड़ीधारी व्यक्ति’ के तौर संबोधित किया.मॉलॉय ने कहा कि आप अटॉर्नी जनरल को जानते हैं? मैं उनका नाम कभी पता नहीं करूंगा. मैं सिर्फ उन्हें पगड़ी पहना हुआ व्यक्ति कहूंगा.

यह भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप की बदौलत बेनकाब होता अमेरिकी चेहरा

फ्रेंको ने बार-बार गाना गाने के अंदाज में इस शब्द का इस्तेमाल किया. मॉलॉय ने कहा कि अगर आप इससे आहत होते हैं तो आप पगड़ी मत पहिनए.ग्रेवाल (44) ने हालांकि इस पर कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि वह न्यूजर्सी के 61वें अटॉर्नी जनरल हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि मैं एक सिख अमेरिकी हूं. मेरी तीन बेटियां हैं. और कल, मैंने उनसे कहा कि रेडियो बंद कर दो. ग्रेवाल ने अपने निजी ट्विटर अकांउट पर लिखा कि यह पहला अनादर नहीं है जिसका मैंने सामना किया है और यह संभवत: आखिरी भी नहीं होगा. कई बार मैं अकेले इसे सहता हूं. कल पूरे न्यूजर्सी ने इसे सुना.

यह भी पढ़ें: ट्रंप, ईयू के जंकर व्यापार मोर्चे पर जारी तनाव को कम करने पर राजी

समय है कि अब संकीर्ण असहिष्णुता को समाप्त किया जाए. ग्रेवाल की नियुक्ति करने वाले न्यूजर्सी के गर्वनर फिल मर्फी ने रेडियो प्रस्तोताओं की भाषा की कड़ी निंदा की और रेडियो स्टेशन से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं मर्फी ने ट्वीट किया कि नफरत फैलाने वाले टिप्पणियों के लिए न्यूजर्सी में कोई जगह नहीं है. इसका संबंध हमारे रेडियो से नहीं है. रेडियो स्टेशन प्रबंधन को प्रस्तोताओं को इन असहिष्णु और नस्ली टिप्पणियों के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए.

VIDEO: अमेरिका में भारतीय की हत्या. 

रेडियो स्टेशन ने बाद में ट्वीट करके कहा कि वह प्रसारण के दौरान मॉलॉय और फ्रेंको की ‘अपमानजनक टिप्पणियों’ से वाकिफ है. रेडियो स्टेशन ने कहा कि हमने तत्काल कार्रवाई की है और अगले नोटिस तक उनके कार्यक्रम प्रस्तुत करने पर रोक लगा दी है. हम मामले की जांच कर रहे हैं. (इनपुट भाषा से) 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com