
जेएनयू में रविवार को हुई हिंसा को लेकर जांच जारी है. इसी बीच एक अहम खबर सामने आ रही है कि कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरे 3 तारीख से ही बंद थे. दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने जानकारी दी है कि 3 जनवरी से ही सर्वर ठप्प हो जाने की वजह से जेएनयू के सभी सीसीटीवी बंद थे. पुलिस ने कहा कि किसी सीसीटीवी में कोई रिकॉर्डिंग नहीं हुई है क्योंकि जेएनयू का पूरा सर्वर का सिस्टम सेंट्रलाइज है.
पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि हिंसा के मामले में अभी तक कुल 11 शिकायतें आयीं हैं. इनमें 3 शिकायतें एबीवीपी ने और 7 लेफ्ट छात्रों ने की हैं. साथ ही एक शिकायत प्रोफेसर सुचित्रा सेन की ओर से की गई है. ये सभी शिकायतें क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की जा रही हैं. रविवार शाम हुए नकाबपोशों के हमले में कुल 34 लोग घायल हुए हैं 11 एबीवीपी के हैं. 14 लोग लेफ्ट के हैं और बाकी गार्ड्स और दूसरा स्टाफ है.
बता दें मंगलवार को जेएनयू कैंपस में हिंसा के कारणों की जांच के लिए क्राइम ब्रांच और फोरेंसिक टीम पहुंची थी. वहीं बुधवार को कांग्रेस की ओर से फैक्ट चेकिंग टीम भी साबरमती हॉस्टल पहुंची. यहां टीम ने घायलों से बातचीत की. उधर पुलिस ने यह भी कहा है कि नकाबपोशों की पहचान कर ली गई है और जल्द सभी का पर्दाफाश किया जाएगा.
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