अयोध्या मामले में आए फैसले के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की तरफ से 3 या 4 दिसम्बर को रिव्यू पिटीशन दाखिल की जाएगी. बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के सद्स्य क़ासिम रसूल इलियास ने कहा है कि बोर्ड की वर्किंग कमेटी की मीटिंग में इस मुद्दे पर फैसला हुआ था जिससे पीछे हटने का अब सवाल ही नहीं है. हम कानून का रास्ता अख्तियार कर रहे है इसमें किसी को ऐतराज क्यों है? हमने कहा था सुप्रीम कोर्ट का आखिरी फैसला मानेंगे, अभी कोर्ट का आखिरी फैसला आना बाकी है.
गौरतलब है कि अभिनेता नसीरूदुद्दीन शाह,शबाना आज़मी समेत देशभर की 100 जानी-मानी मुस्लिम शख्सियतों ने अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का विरोध किया था. इन शख्सियतों ने कहा था कि रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद मामले के कुछ पक्षकारों का पुनर्विचार दायर करने का फैसला विवाद को जिंदा रखेगा और मुस्लिम कौम को नुकसान पहुंचाएगा. पुनर्विचार याचिका दायर करने का विरोध करने वाले बयान पर दस्तखत करने वालों में इस्लामी विद्वान, सामाजिक कार्यकर्ता, वकील, पत्रकार, कारोबारी, शायर, अभिनेता, फिल्मकार, थिएटर कलाकार, संगीतकार और छात्र शामिल थे.
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बता दें कि देश की सर्वोच्च अदालत ने 9 नवबंर को इस मामले में फैसला सुनाया था. जिसके बाद AIMPLB ने बैठक कर पुनर्विचार दायर करने की बात कहीं थी. हालांकि देश के कई जाने माने लोगों ने AIMPLB के पुनर्विचार याचिका दायर करने के फैसले का विरोध किया था.
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