ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक लेख को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि लोकतंत्र में विपक्ष का सम्मान किया जाना चाहिए न कि उसे धूमिल किया जाना चाहिए. हालांकि, कुछ लोगों को ऐसा करना नहीं आता पर ज्यादातर लोगों की भलाई के लिए यही इकलौता रास्ता है.ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के इस लेख में '2020 के लिए एक सवाल है कि क्या भारत वापसी कर पाएगा?' लेख में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की 2019 की चुनावी जीत को उनके द्वारा लिए गए फैसलों ने धूमिल कर दिया. इस लेख में मोदी सरकार द्वारा 2019 में लिए गए फैसलों पर टिप्पणी की गई है.
Democracies must honor the opposition, not tarnish it. It doesn't come naturally to some but in the larger interest, it's the only way.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 1, 2020
The Question for 2020: Can India recover? https://t.co/DbrsuazlJk via @orfonline
लेख में कश्मीर से 370 हटाए जाने, बदहाल अर्थव्यवस्था का जिक्र है. लेख में कहा गया है कि यदि मोदी सरकार अगर इस तरह के फैसले लेती रही तो वह दुनिया के आगे अपनी विश्वसनीयता गंवा देगी. लेख में कहा गया है कि भारत के मित्र राष्ट्र भी इस बात से चिंतित हैं कि भारत एक सेक्युलर और बहुलतावादी देश से किस दिशा में आगे बढ़ रहा है. देशभर में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर हो रहे छात्र आंदोलनों की ओर दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं. लेख के सबसे आखिर में वे पंक्तियां लिखी हैं जिन्हें सांसद ओवैसी ने शेयर किया है.
देखें वीडियो- 2010 से अलग है इस बार का NPR- ओवैसी
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