नई दिल्ली:
2जी स्पेक्ट्रम की नए सिरे से नीलामी में कुछ खास हासिल न होने पर सरकार ने अपने तेवर कड़े कर दिए हैं। सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने इस मसले पर सीएजी पर सवाल उठाए और विपक्ष से माफी की मांग भी कर दी।
मनीष तिवारी ने कहा कि सीएजी का पौने दो लाख करोड़ का नुकसान का आंकड़ा कहां गया? सीएजी ऐसे किसी भी मसले पर सार्वजनिक तौर पर बोलने से पहले सोचे। तिवारी ने यह तक कह दिया कि इस विवाद से टेलीकॉम के क्षेत्र में गंभीर नुकसान पहुंचा है।
उधर, बीजेपी ने सीएजी जैसी संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाने पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार किसी न किसी बहाने संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार कर रही है।
गौरतलब है कि बहुचर्चित 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सरकार की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। नीलामी शुरू होने के बाद बुधवार को दूसरे दिन समाप्त हो गई, जिसमें मात्र 9,407 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुईं। आधे से भी कम स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां प्राप्त हुईं और जितनी राशि की उम्मीद की जा रही थी, उससे मात्र तिहाई हिस्से की ही बोली लगी।
मनीष तिवारी ने कहा कि सीएजी का पौने दो लाख करोड़ का नुकसान का आंकड़ा कहां गया? सीएजी ऐसे किसी भी मसले पर सार्वजनिक तौर पर बोलने से पहले सोचे। तिवारी ने यह तक कह दिया कि इस विवाद से टेलीकॉम के क्षेत्र में गंभीर नुकसान पहुंचा है।
उधर, बीजेपी ने सीएजी जैसी संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाने पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार किसी न किसी बहाने संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार कर रही है।
गौरतलब है कि बहुचर्चित 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सरकार की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। नीलामी शुरू होने के बाद बुधवार को दूसरे दिन समाप्त हो गई, जिसमें मात्र 9,407 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुईं। आधे से भी कम स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां प्राप्त हुईं और जितनी राशि की उम्मीद की जा रही थी, उससे मात्र तिहाई हिस्से की ही बोली लगी।
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