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रोज करें 'पद्मासन', इन 5 समस्याओं से मिलेगी राह, एक्सपर्ट ने बताया करने का सही तरीका

Padmasana Benefits: योग हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है और पद्मासन इसका एक महत्वपूर्ण आसन है. इसे 'कमलासन' भी कहते हैं, क्योंकि इसकी मुद्रा कमल के फूल जैसी दिखती है.

रोज करें 'पद्मासन', इन 5 समस्याओं से मिलेगी राह, एक्सपर्ट ने बताया करने का सही तरीका
Padmasana Benefits: इस योग के है अनके लाभ.

Padmasana Benefits: योग हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है और पद्मासन इसका एक महत्वपूर्ण आसन है. इसे 'कमलासन' भी कहते हैं, क्योंकि इसकी मुद्रा कमल के फूल जैसी दिखती है. नियमित रूप से पद्मासन करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार पद्मासन या कमलासन करने से कई शारीरिक और मानसिक लाभ मिलते हैं. पद्मासन ध्यान और शांति बढ़ाने में मदद करता है. यह मस्तिष्क को शांत करता है. साथ ही तनाव और चिंता को भी कम करता है.

यह आसन पेट के अंगों को उत्तेजित करता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती हैं. यह आसन रीढ़ को सीधा रखता है, जिससे पीठ दर्द और गलत मुद्रा में बैठकर काम करने से होने वाली कई समस्याओं में सुधार होता है. साथ ही यह कूल्हों, घुटनों और टखनों को लचीला बनाता है, जिससे गठिया की वजह से होने वाले दर्द में राहत मिलती है. यही नहीं, यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है, जिससे थकान कम होती है और शरीर की एनर्जी बढ़ती है.

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कैसे करें पद्मासन

हेल्थ एक्सपर्ट पद्मासन करने की सरल विधि विस्तार से समझाते हैं. इसके लिए साफ और शांत जगह का चुनाव करना चाहिए. अब जमीन पर सीधे बैठें और दोनों पैरों को सामने की ओर फैलाएं. दाहिने पैर को मोड़कर बाएं जांघ पर रखें, ताकि एड़ी नाभि के पास हो और बाएं पैर को मोड़कर दाहिनी जांघ पर रखें. दोनों पैरों की एड़ियां एक-दूसरे के पास हों. इसके बाद रीढ़ सीधी रखें, दोनों हाथ घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें. सही मुद्रा में बैठने के बाद गहरी सांस लें और 1-2 मिनट तक इस मुद्रा में ही रहें. शुरुआत में इस आसन को 20 से 30 ही करना चाहिए. इसके बाद धीरे-धीरे समय बढ़ाना चाहिए.

हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट कुछ सावधानियां बरतने की भी सलाह देते हैं. यदि घुटनों या कूल्हों में दर्द है, तो इस आसन को जबरदस्ती नहीं करना चाहिए. प्रेग्नेंट महिलाओं या हाल ही में सर्जरी करवाने वालों को भी डॉक्टर की सलाह के बाद यह आसन करना चाहिए. खाली पेट या भोजन के 3-4 घंटे बाद इस आसन को करना चाहिए.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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