विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From May 15, 2018

बच्चा पल में चट कर जाएगा लंचबॉक्स, ये रहे TIPS

कई बार माता-पिता बच्‍चों के लिए डाइट चार्ट बना लेते हैं. यह काफी हद तक ठीक है, लेकिन अगर आपका बच्‍चा 8 साल से कम उम्र का है तो शायद यह उसके लिए काम न करे...

बच्चा पल में चट कर जाएगा लंचबॉक्स, ये रहे TIPS
आज तकरीबन हर मां को बच्‍चे से एक ही शिकायत है कि वह खाना नहीं खाता. सुबह से स्‍कूल गए बच्चे जब घर लौटते हैं और उनका लंच बॉक्‍स वैसे का वैसा लौट आता है, तो हर मां को बुरा लगता है. इस बात से नकारा नहीं जा सकता कि सेहतमंद जीवन के लिए बचपन से ही हेल्‍दी डाइट लेना जरूरी है. आजकल बाजार में उपलब्‍ध जंक फूड और तली मसालेदार चीजें ही उन्‍हें अधिक आकर्षित करती हैं. लेकिन इस तरह का आहार आपके बच्‍चे का सेहत पर बुरा असर डा़लता है. जंक फूड खाने से वो मोटापे के शिकार हो जाते हैं. इस वजह से उन्‍हें और भी कई बीमारियां घेर लेती हैं.
 अगर आप भी इस बात से परेशान हैं कि आपका बच्‍चा ठीक से आहार नहीं ले रहा है, तो पेश है आपकी इस समस्या का हल...

मिनटों में बनाएं ये 8 रेसिपी, फैमिली में सब हो जाएंगे फैन...

Experimental Foodie: खरबूजे की ये मस्त रेसिपी हैं बस आपके लिए


क्‍यों जरूरी है पौष्टिक आहार
शरीर को सेहतमंद रखने के लिए हमारे रोज के खाने में विटामिन, मिनरल, वसा, प्रो‍टीन और कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होती है. अगर इन में से किसी एक चीज की भी कमी रह जाती है तो हमारे शारीरिक विकास और सेहत के लिए अच्‍छी बात नहीं, खासकर बच्‍चों के लिए.
 
kids

पौष्टिक और संतुलित भोजन की कमी से बच्‍चों के शरीर में खून की कमी हो जाती है. कैल्शियम का आभाव होता है. धीरे-धीरे बच्‍चों में खाना पचाने की दिक्‍कत भी होने लगती है. उनकी आंखों की रोशनी पर भी कम पोषण मिलने का बुरा असर पड़ता है.

आखिर क्यों देसी घी खाना है जरूरी, नजरअंदाज करना पड़ेगा भारी...

क्‍या है हल
इस समस्‍या का हल क्‍या है. इस सवाल के जवाब में डॉक्‍टर नेहा सागर ने बताया कि हमें बच्‍चों को पौष्टिक भोज न खाने के लिए बढ़ावा देना चाहिए. हमें अपने स्‍वाद के मुताबिक बच्‍चों का खाना नहीं बनाना चाहिए. बच्‍चों का खाना बनाते समय उनके स्‍वाद और पसंद को ध्‍यान में रखना बहुत जरूरी है. कोशिश करें कि उन्‍हें हर तरह के भोजन का स्‍वाद पता चले.
बच्‍चों में परिवार के बड़े सदस्‍यों के साथ खाना खाने की आदत डा़लें. इससे वे खाने में ना-नुकर कम करेंगे और हर तरह का खाना खाने की आदत भी उनके अंदर आएगी. अगर आपके बच्‍चे का फल पसंद नहीं हैं, तो उसे मिक्‍स फ्रूट चाट बना कर दें. कोल्‍डड्रिंक की बजाय नारियल पानी या फलों का जूस पीने को दें..
 
kids

डाइट चार्ट की जरूरत है!
कई बार माता-पिता बच्‍चों के लिए डाइट चार्ट बना लेते हैं. यह काफी हद तक ठीक है, लेकिन अगर आपका बच्‍चा 8 साल से कम उम्र का है तो शायद यह उसके लिए काम न करे... छोटे बच्‍चे खाने के मामले में बेहद चूजी होते हैं. ऐसे में उनके लिए डाइट चार्ट फॉलो करना बेहद मुश्किल हो जाता है. हो सकता है कि डाइट चार्ट के अनुसार बनी चीज खाने का उनका मन ही न करे किसी दिन. ऐसे में आपकी मेहनत और वह खाना बरबाद होगा. इसलिए बच्‍चों को सब कुछ खाने का बढ़ाव देना ज्‍यादा जरूरी है. हां आप यह कर सकते हैं कि आप अपने लिए एक चार्ट बनाएं. जिसमें आप उन चीजों लिस्‍ट तैयार करें जो आपको अपने बच्‍चे के चार्ट में एड करने जरूरी लगते हैं. बच्‍चे को दिन में तीन बार खिलाने की बजाए कम कम मात्रा में 6 से 7 बार खिलाएं. हां, अगर आपके बच्‍चे को कोई शारीरिक दिक्‍कत है तो उसके डॉक्‍टर की सलाह से उसका डाइट चार्ट बनवा लें.

फूड की और खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
High-Protein Foods: इन 5 चीजों में होता है अंडे से ज्यादा प्रोटीन, यहां देखें हाई-प्रोटीन फूड्स की लिस्ट
बच्चा पल में चट कर जाएगा लंचबॉक्स, ये रहे TIPS
shivratri 2020: When Is Shivratri, Date, Time, Significance and Fasting (Vrat) Rules
Next Article
Shivratri 2020: जानिए कब है महाशिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त, क्या है व्रत करने का महत्व
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;