
एलेक्सजेंडर (सिकंदर) का भारत की खोज करना केवल उसके लिए ही एक जीत नहीं थी, बल्कि इससे भारत को भी पश्चिमी देशों के साथ व्यापार करने का रास्ता मिल गया। न सिर्फ कला के जरिये, बल्कि संस्कृति और फूड ने भी दूसरे देशों के साथ मिलने में मदद की। सेल्युकस की बेटी का विवाह चंद्रगुप्त मौर्या से हुआ, ग्रीस के साथ भारत की यह पहली गुप्त भेंट सेल्युकस की बेटी का विवाह चंद्रगुप्त से होना था। इसके बाद इतिहास, संस्कृति, लोग और फूड स्पष्ट और सूक्ष्म तरीके से आपस में मिक्स होने लगा।
ग्रीस तुर्की सम्राज्य का हिस्सा हैं, और यहां कि कुछ प्रचलित परंपराएं मध्यकालीन भारत की रसोई और संस्कृति में देखी जा सकती हैं। यहां की बहुत सी जानी-मानी डिश जिन्हें हम भारत का हिस्सा समझते हैं, असल में उनका मूल रूप ग्रीस में है। आइए जानें ऐसी कुछ फेमस डिशों के बारे में, जिनका मुख्य संबंध ग्रीस से है।
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द लव ऑफ हलवा
ग्रीस का हलवा भारत के सूजी के हलवे की तरह की होता है। इसे अक्सर 1:2:3:4 ग्रीक हलवा भी कहा जाता है। इसे सुबह ब्रेकफास्ट के लिए या फिर हिन्दू रिवाज के हिसाब से प्रसाद के तौर पर बनाया जा सकता है। नार्थ इंडिया के सिख घरों में भी इसे खूब बनाया जाता है।
ग्रीस के हलवे में जैतून के तेल का इस्तेमाल किया जाता है (इसमें एक से 2 भाग शुगर, 3 भाग सूजी और 4 भाग पानी डाला जाता है, अतः इसलिए इसे 1:2:3:4 कहते हैं)
फिर भी, ग्रीस हलवा भारतीय हलवे से अलग है। ग्रीस हलवे में हरी इलायची की जगह सेंट डाला जाता है। दालचीनी पाउडर ग्रीस मिठाई में इस्तेमाल किया जाता है।
द ग्रीक ऑरिजिन
एक और पारंपरिक भारतीय मिठाई, जो कि भारतीय रिवाजों के अन्तर्गत ही आती हैं, लेकिन एक बार फिर इन्हें ग्रीस से लिया गया है- यहां कि पारंपरिक गुजिया।
उत्तर, पश्चिम और मध्यम भारत में गुजिया को होली की ट्रीट माना जाता है, लेकिन यह भरावन मिठाई ग्रीस से संबंध रखती है। अगर किसी के पास ग्रीक की गुजिया है, पालक और फेता स्पैनकोपिता, तुर्की बक्लावा और संबुसक ( नमकीन भरावन के साथ तला हुआ समोसा और भारतीय समोसों से मिलता-जुलता) दुनिया के भूमध्य सागर के लोग आपके ग्रीस लिंक को समझ सकते हैं।
मेडिटरेनियन की यह पत्तेदार पेस्ट्री मैदा से बनाई जाती है, और इसके किनारों को कलात्मक रूप में बंद किया जाता है और इसे मीठे खोए, नारियल और नट्स जैसे- बक्लावा और आलू से भरा जाता है। इसमें आलूओं की स्टफिंग 17वीं शताब्दी की याद दिला देती है। समोसा और गुजिया एक ही डिश के अलग-अलग रूप हैं।
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द कोफ्ता लिंक
जब ग्रीस और भारत के खाने में समानता की बात आती है, तो हम, बैंगन से बनने वाली मौससका/भरता, जज़िकी और हंग कर्ड डिप, जो कि खीरे के रायते की तरह दिखता है और ग्रिल/टिक्का के बारे में बेशक बात करते हैं। लेकिन जांच के अंतर्गत सबसे ज़्यादा लोकप्रिय डिश पाई गई कोफ्ता। ग्रीस केफ्ताड़ा एक तरह के कबाब हैं, जिन्हें दुनिया के सब्कान्टिनेंट भाग में ज़्यादा पसंद किया जाता है।
भारत में कोफ्ते की बात की जाए, तो आपका सामना लॉकी के कोफ्ते, पनीर के कोफ्ते और मलाई कोफ्ता से होगा। यह रेस्तरां में आलू, पनीर, खोया और दूसरी चीज़ों से बनाए जाते हैं। भारत में कोफ्ते शाकाहारी ख्याति हासिल कर चुके हैं, लेकिन कोफ्ते का मूल रूप निश्चित रूप से मीट से ही है। मूल कीमा कोफ्ता यू.पी और दिल्ली के कुछ ही पांरपरिक रसोई का हिस्सा रह गए हैं, अब यह मुस्लिम और कायस्थ परिवारों की रसोई में ही बनाए जाते हैं। बारीक पिसे कच्चे कीमा को भुनी हुई भूरी प्याज के साथ मिलाया जाता है और मसाला डालकर इन्हें हथेली से दबाकर पकौड़ी का आकार दिया जाता है। फिर इन्हें उबलती हुई करी में डाल दिया जाता है। कोफ्तों को अच्छे से पकाकर करी का फ्लेवर अवशोषित करने तक छोड़ देते हैं। इन्हें सूखा या फिर ग्रेवी के साथ सर्व किया जा सकता है, इसमें ग्रीस की ही छाया है।
द स्टफ्ड ट्रीट्स
डोलमा, स्टाइलिश डिश जिसमें चावल और मीट को सब्जियों में भरा जाता है। इसमें वाइन के पत्तों का इस्तेमाल होता है, जो कि ग्रीस में काफी प्रचलित हैं। क्या ऐसा संभव है कि डोलमा करेला जैसी डिश का ही रूप हैं? वैसे, इस बात से नकारा नहीं जा सकता।
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भारत-गंगा मैदान के मुस्लिम घरों में, सब्जियां और मीट नियमित रूप से पकाया जाता है। केरले में कीमे की स्टफिंग घरों में बनाई जाने वाली डिश है। हिंदु घरों में, मीट की जगह पर भुनी हुई प्याज और मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। करेले से बनने वाली दोनों डिश डोलमा का ही रूप हैं। अक्सर लोगों के घर में करेले के मसाले को पत्तागोभी में स्टीम देकर पकाया जाता है और सर्दियों में इसे नकली करेले की तरह पेश किया जाता है।
और आखिर में हम बात करेंगे, पिलाफ (पुलाव) की, ग्रीस का पिलाफ और भारत का यखानी पुलाव (चावल के हर एक दाने में मसालेदार बिरायानी की तुलना में सादा स्वाद) में ज़्यादा कुछ अंतर नहीं है। तो यह थी भारत की जानी-मानी फेमस डिश, जिन्हें ग्रीस से कॉपी किया गया है और अपने स्वाद के हिसाब से उनमें मसाले और बनाने की विधि में थोड़ा बदलाव करके उन्हें भारतीय रूप दे दिया गया।
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