
- भारतीय लोग डिज़र्ट में खीर खाना खूब पसंद करते हैं.
- दिवाली के अवसर पर तरह-तरह के पकवान बनाएं जाते हैं.
- मखाना खीर बहुत ही स्वादिष्ट रेसिपी है
Diwali Special Recipes: कार्तिक मास अमावस्या को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है. इस साल (November) 14 नवंबर को दिवाली का त्योहार हैं. दिवाली के दिन भगवान राम लंका पर विजय पाकर माता सीता को लेकर 14 वर्षों का बनवास काट कर वापस आयोध्या आए थे. इसी शुभ अवसर पर हर साल दिवाली मनाई जाती है. दिवाली एक ऐसा फेस्टिवल है जिसे पूरे देश में बड़े घूम-धाम से मनाया जाता है. भगवान राम के आयोध्या आने की खुशी में अयोध्यावासियों ने घी के दिए जलाएं थे. भगवान रामचंद्र के स्वागत में दिवाली के दिन अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया था. माना जाता है तभी से दीपोत्सव कर इस त्योहार को मनाया जाता है. दिवाली के अवसर पर तरह-तरह के पकवान बनाएं जाते हैं. दिवाली पर हर तरफ रोशनी और घरों में बनी मिठाईयां इस त्यौहार में चार चांद लगा देते हैं. इस दिन शाम को सभी घर में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दिवाली पूजन भी करते हैं. इस मौके पर सभी एक दूसरे को दिवाली की शुभकमानाएं भी देते हैं. दिवाली के दिन को और स्पेशल बनाएं इस खास रेसिपी के साथ तो चलिए हम आपको बताते हैं दिवाली के लिए कैसे बनाएं ये खास रेसिपी.
दिवाली पर बनाएं ये खास रेसिपीः
Bhai Dooj 2020: कब है भाई दूज और क्या है इसका महत्व, त्योहार पर बनाएं यह खास पकवान

खीर खाना सभी को पसंद होता है. लेकिन बात जब दिवाली के त्योहार की हो तो उसका एक अलग ही महत्व होता है.
भारतीय लोग डिज़र्ट में खीर खाना खूब पसंद करते हैं. वैसे तो खीर खाना सभी को पसंद होता है. लेकिन बात जब दिवाली के त्योहार की हो तो उसका एक अलग ही महत्व होता है. दिवाली के मौके पर आज हम आपको चावल की खीर नहीं बल्कि बल्कि मखाना खीर की रेसिपी बताने जा रहे हैं. मखाना उन खाद्य सामग्रियों में शामिल है जिन्हें आप नवरात्रि और जन्माष्टमी जैसे व्रत के दौरान भी बना कर खा सकते हैं. हिंदू धर्म में बात जब त्योहारों की होती है तो हमारे दिमाग में तरह-तरह के पकवान आने लगते हैं. दिवाली को और खास बनाने के लिए इस स्वीट रेसिपी को ट्राई करें, रेसिपी के लिए यहां क्लिक करें
दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्तः
इस बार मां लक्ष्मी और गणेश की पूजा 14 नवंबर को की जाएगी.
पूजा का शुभ मुहूर्त 17:28 से 19:24 तक रहेगा.
पूजा करने की शुभ समय अवधि 1 घण्टा 56 मिनट की होगी.
प्रदोष काल 17:28 से 20:07 तक रहेगा. वहीं, वृषभ काल 17:28 से 19:24 तक रहेगा.
इस साल अमावस्या 14 नवंबर को 14:17 बजे से शुरू होगी और 15 नवंबर को 10:36 बजे तक रहेगी.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
फूड की और खबरों के लिए जुड़े रहें
Ayurvedic Diet: हेल्दी रहने के लिए डाइट में शामिल करें, ये 8 आयुर्वेदिक चीजें
Benefits Of Ghee: घी खाना है हेल्थ के लिए फायदेमंद, जानें ये 6 बेहतरीन लाभ
Natural Flu Remedies: फ्लू-वायरस से बचने के लिए अपनाएं ये चार घरेलू उपाय
Diabetes Diet: ब्ल्ड शुगर लेवल मैनेज करने में मदद करेगा स्प्राउट्स और पालक से बना यह ढोकला
Weight Loss Breakfast: सर्दियों में घटाना है वजन, तो नाश्ते में भूलकर भी न खाएं ये चार चीजें
Vitamin E For Hair: बालों को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ई से भरपूर इन 8 चीजों का करें सेवन
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं