A sareee day ... will I be termed communal,Sanghi,bhakt,hindutva icon?if I say I love wearing the saree and I think it's the most elegant pic.twitter.com/3ZYDJcyKJk
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) June 10, 2017
शनिवार को अभिनेत्री ने साड़ी पहने अपनी तस्वीर साझा की और लिखा, "साड़ी दिवस… तो क्या मुझे सांप्रदायिक, संघी, भक्त, हिंदूवादी आदर्श कहा जाएगा? अगर मैं कहूं कि मुझे साड़ी पहनना पसंद है और मुझे लगता है कि यह सबसे ज्यादा सुंदर लगती है." रवीना के इस ट्वीट पर लोगों ने अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दी.
Not unless u claimed its exact sari worn by sita mata on her mehendi. Also, Muslims wear sari too, get some facts.(BTW this is not trolling)
— Sanjukta Basu (@sanjukta) June 10, 2017
Incase if they say Bhagwa,Here is one with secular color pic.twitter.com/8rM6e1z2JC
— Northeastern (@vikrampradhan26) June 10, 2017
A khaki shorts day..will i b termed communal,Sanghi,bhakt,hindutva icon?if I say I love wearing khaki short & I think its most elegant~Obama pic.twitter.com/d69yKKJW84
— Saumya (@SaumyaRt) June 10, 2017
With due respect, this is sick state of your own mind's farzi nationalist manifestations Ma'm
— DilSe (@rawatpankaj) June 10, 2017
Indira Gandhi wore saree alwaz.. Noone termed her communal or bhakt.. Wht a bullshit post Raveena ji for using it for ur political slavery
— Poly Sarkar (@polysmind) June 10, 2017
Wearing my old underwear today ... will I be termed as anti national, pakistani? Or should I wear langoti to become more national?
— COVFEFE (@darycool) June 10, 2017
कुछ लोगों ने 'साड़ी को सांप्रदायिक रंग' देने के लिए ट्विटर पर रवीना को ट्रोल किया. साड़ी को धर्म से जोड़ने की वजह से रवीना के इस ट्वीट की खूब आलोचना हुई.
Saree is a beautiful Elegant Indian Garment.My Tweet was NOT to communalise Saree.Was my fear of being trolled to say I love anything Indian
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) June 10, 2017
If it has come across as anything else.I apologise.That was not the intention.Had not thought that it would be misunderstood the way it has.
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) June 10, 2017
यूजर्स से मिली प्रतिक्रिया से परेशान होकर रवीना ने माफी मांगना ही सही समझा. उन्होंने लिखा, "साड़ी एक खूबसूरत और गरीमामय भारतीय परिधान है. मेरे ट्वीट का उद्देश्य साड़ी को सांप्रदायिक रंग देने का नहीं था. मुझे यह डर था कि अगर मैं कहूंगी कि मुझे कुछ भी भारतीय चीज पसंद है तो मुझे ट्रॉल किया जाएगा. लेकिन अगर इसका कोई और संदेश गया है तो मैं माफी मांगती हूं. मेरा ऐसा इरादा नहीं था. मैंने सोचा भी नहीं था कि इसका इस तरह गलत मतलब निकाला जाएगा."
बताते चलें कि, 21 अप्रैल को रवीना की फिल्म 'मातृ' सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. इस थ्रिलर फिल्म में रवीना ने विद्या चौहान का किरदार निभाया था.
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