इन मंत्रों के साथ करें तुलसी की पूजा
नई दिल्ली:
हर घर में तुलसी की पूजा होती है. घरों के आंगन या फिर बाहर तुलसी का पौधा रखा जाता है. मान्यता है कि जिस घर में तुलसी होती है वहां सुख-शांति बनी रहती है और पैसों की तंगी नहीं आती. इसके अलावा मान्यता यह भी है कि तुलसी की पूजा से मन में एकाग्रता आती है और क्रोध पर नियंत्रण बना रहता है.
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वहीं, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी को माता लक्ष्मी की रूप माना जाता है. इसीलिए हर दिन इनकी पूजा करना शुभ माना जाता है. इस पौधे के आगे धूप बत्ती जलाकर जल अर्पित किया जाता है. वहीं, इनकी पूजा सही मंत्रों के साथ की जाए तो फल और भी अच्छा मिलता है.
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यहां जानिए तुलसी पूजा करते वक्त किस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए.
तुलसी की पूजा करते वक्त करें इस मंत्र का जाप:
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमनः प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मीः पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
वहीं, तुलसी को जल चढ़ाते वक्त इस मंत्र का मन में करें उच्चारण:
महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी
आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
कौन थी तुलसी? और क्यों गणेश जी की पूजा में इस्तेमाल नहीं होती तुलसी?
आपको बता दें, तुलसी भगवान गणेश को बिल्कुल पसंद नहीं. इसके पीछे एक पौराणिक कथा प्रचलित है कि एक बार गणेश जी गंगा किनारे तप कर रहे थे. वहीं, माता तुलसी अपने विवाह की इच्छा को पूरा करने के लिए तीर्थ यात्रा पर थीं. सभी तीर्थस्थलों का भ्रमण करते हुए वह एक दिन गंगा के तट पर आ पहुंची. इस तट पर भगवान गणेश को तप करते देख वह उनपर मोहित हो गई... यहां जानें आखिर क्यों गणेश जी ने माता तुलसी को दिया श्राप...
देखें वीडियो - गणेश पर निसार दुनिया
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तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमनः प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मीः पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
वहीं, तुलसी को जल चढ़ाते वक्त इस मंत्र का मन में करें उच्चारण:
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कौन थी तुलसी? और क्यों गणेश जी की पूजा में इस्तेमाल नहीं होती तुलसी?
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