श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे रविवार को काशी विश्वनाथ के दर्शन करने वाराणसी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में विधि विधान से दर्शन-पूजन किया. राजपक्षे के मंदिर पहुंचते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और दर्शन-पूजन के लिए उन्हें मंदिर के गर्भगृह में लेकर गए.
विश्वनाथ मंदिर गर्भगृह में उन्होंने बैठ कर पूजन और अनुष्ठान में हिस्सा लिया तो बाबा दरबार की ओर से उनको प्रसाद भेंट किया गया. इस दौरान मंदिर के अर्चक और पांच वैदिक ब्राह्मणों ने उनको विशेष दर्शन-पूजन कराया. बाबा दरबार में दर्शन-पूजन बाद राजपक्षे ने श्री काल भैरव मंदिर में पूजा की और बाबा दरबार में आरती की. मंदिर प्रशासन की ओर से उनको बाबा का प्रसाद दिया गया.
महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव भिक्षु के. मेधांकर थेरो ने बताया कि इसके बाद वह होटल ताज में विश्राम करने के लिए रवाना हो गए. दोपहर में वह भगवान बुद्ध की अस्थियों के अवशेष देखने और उनकी प्रथम उपदेश स्थली को नमन करने सारनाथ भी जाएंगे.
उन्होंने बताया, "प्रधानमंत्री सारनाथ जाएंगे. वहां पर वह तथागत की उपदेश स्थली धमेख स्तूप के दर्शन-पूजन करेंगे. इसके बाद वह मूलगंध कुटी विहार स्थित बौद्ध मंदिर में भगवान बुद्ध का पूजन कर बौद्ध भिक्षुओं से आशीर्वाद लेंगे. इस दौरान वह सारनाथ पुरातात्विक संग्रहालय भी देखेंगे."
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