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This Article is From Feb 28, 2020

सोनिया गांधी ने अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए भेजी चादर

हिजरी कैलेंडर के अनुसार, उर्स रजब-छह पर आता है, जो कि ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार एक मार्च को पड़ेगा.

सोनिया गांधी ने अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए भेजी चादर
सोनिया गांधी ने अजमेर दरगाह के उर्स महोत्‍सव के लिए चादर भिजवाई है
नई दिल्ली:

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 808वें उर्स के लिए 'चादर' (धार्मिक भेंट) भेजी है. सोनिया ने अजमेर दरगार के वार्षिक अनुष्ठान के लिए पूज्य सूफी संत को श्रद्धांजलि के तौर पर चादर भेंट की है.

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी की ओर से अजमेर शरीफ में चढ़ाई गई चादर

कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर, शकिलुज्जमां अंसारी और अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष नदीम जावेद मौजूद रहे. कांग्रेस नेता नदीम जावेद ने कहा, "हम अपने देश और भाईचारे की शांति, सद्भाव और भलाई के लिए महान संत से प्रार्थना करेंगे."

अंसारी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि दिल्ली में शांति बनी रहेगी, जो दशकों की सबसे भयावह हिंसा की गवाह है और जहां कई लोग मारे गए हैं."

आपको बता दें कि हिजरी कैलेंडर के अनुसार, उर्स रजब-छह पर आता है, जो कि ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार एक मार्च को पड़ेगा.

इससे पहले अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को अजमेर शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चादर चढ़ाई. उन्होंने कहा कि "एकता और सौहार्द की ताकत ही पंथनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक भारत की आत्मा है". नकवी ने मोदी का लिखा संदेश भी पढ़कर सुनाया. संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा है, "ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 808वें उर्स के अवसर पर विश्वभर में उनके अनुयायिओं को बधाई एवं शुभकामनाएं. दुनिया को मानवता का संदेश देने वाले महान सूफी संत के वार्षिक उर्स पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर भेजते हुए मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं".

प्रधानमंत्री के संदेश में लिखा गया है, "भारत समृद्ध आध्यात्मिक परंपराओं का देश है और हमारे देश के सूफी-संतों ने अपने आदर्शो और विचारों के माध्यम से राष्ट्र के सांस्कृतिक ताने-बाने को सदैव मजबूत करने का प्रयास किया है. शांति और एकता का उनका पैगाम हमें जीवन में अनुशासित, शालीन और संयमित रहने की सीख देता है".

इनपुट: आईएएनएस

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