पौष पूर्णिमा के मौके पर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी के मिलन स्थल संगम में हजारों लोगों ने डुबकी लगाई. 15 जनवरी को मकर संक्राति के बाद श्रद्धालुओं के लिए यह दूसरा सबसे बड़ा शाही स्नान है.
सुबह होते ही हजारों श्रद्धालु, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, पवित्र डुबकी लगाने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलकर 'कुंभनगर' पहुंचे.
मुख्य तिथियों के दिन स्नान में कोई परेशानी नहीं आए, इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
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जहां ज्योतिषीय आधार पर, रविवार को 'पौष पूर्णिमा' से जुड़ी धार्मिक रस्में शुरू हुई थीं, वहीं सुबह स्नान और 'दान' की मुख्य रस्म शुरू हुई.
कई परिवारों ने यहां 'कल्प वास' के लिए तंबू गाड़ दिए हैं और इस अवधि के दौरान वे सादगी से रहेंगे.
इस एक महीने की लंबी अवधि के दौरान कल्पवास कर रहे लोग भजन गाते हैं, मंत्र जपते हैं और अपने लिए खुद भोजन बनाते हैं.
तीसरा 'शाही स्नान' चार फरवरी को होगा.
कुंभ क्विज़
Kumbh Mela Quiz 1: कुंभ मेले का आयोजन उत्तर प्रदेश के किस शहर में होता है?
Kumbh Mela Quiz 2: किस मेले में बिछड़ने की कहानियां बहुत प्रचलित हैं?
Kumbh Mela Quiz 3: 'कुंभ' का शाब्दिक अर्थ क्या होता है?
Kumbh Mela Quiz 4: कुंभ में शामिल होने वाले 'शैव अखाड़े' के इष्ट देव कौन हैं?
Kumbh Mela Quiz 5: कुंभ का पहला स्नान किस पर्व के दिन होता है?
Kumbh Mela Quiz 6: प्रयागराज में किन तीन नदियों का संगम होता है?
कुंभ मेले के पौष पूर्णिमा स्नान की तस्वीरें...
आज पौष पूर्णिमा के पावन पर्व कुम्भ मेले में देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। #KumbhSnan #Paushpurnima #Kumbh2019 pic.twitter.com/ILa85hWAq9
— Kumbh (@PrayagrajKumbh) January 21, 2019
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