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This Article is From Jul 04, 2023

यहां जानें सावन महीने की कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त और व्रत का महत्व

Kalashtami July date : कालाष्टमी हिंदू पंचाग के हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को होती है. कालाष्टमी के दिन भगवान शंकर के काल भैरव रूप की पूजा का विधान है.

यहां जानें सावन महीने की कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त और व्रत का महत्व
आधी रात को धूप, काले तिल, उरद की दाल, सरसो का तेल और दीपक चढ़ाकर काल भैरव रूप की पूजा करें.

Kalashtami July 2023: कालाष्टमी (Kalashtami) हिंदू पंचाग के हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को होती है. सावन माह (Sawan) की कालाष्टमी 09 जुलाई रविवार को है. इस दिन भगवान शिव के काल भैरव Kaal Bhairav) रूप की अराधना का विधान है. मान्यता है कि कालाष्टमी के ही दिन भगवान शंकर ने काल भैरव का रूप लिया था. इस दिन विशेष कार्यों की सिद्धि के लिए व्रत रखा जाता है. तंत्र मंत्र के साधकों के लिए ये दिन विशेष महत्व का होता है.

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मुहूर्त और योग
  • सावन माह की कालाष्टमी 09 जुलाई को है. अष्टमी तिथि 9 जुलाई को रात्रि 8 बजे से शुरु होकर 10 जुलाई शाम 7 बजकर 44 मिनट तक रहेगी.
महत्व
  • इस दिन  काल भैरव रूप की अराधना का विधान है, जो शिव के ही रूप हैं. कालाष्टमी का व्रत रखने से मन से सभी प्रकार के भय दूर हो जाते हैं. ऐसे लोग जिन्हें डरावने सपने आते हैं उन्हें कालाष्टमी का व्रत रखने से काल भैरव की कृपा प्राप्त होती है.
पूजा विधि
  • इस दिन भगवान शिव के रूप काल भैरव पूजा की जाती है. सुबह स्नान के बाद चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर भगवान शंकर की माता पार्वती और गणेशजी के साथ तस्वीर स्थापित करें. इस दिन भगवान शंकर को विशेष रूप से नीले रंग के पुष्प चढ़ाएं और सफेद चीजों का भोग लगाएं. व्रती संध्या में फलाहार कर सकते हैँ. आधी रात को धूप, काले तिल, उरद की दाल, सरसो का तेल और दीपक चढ़ाकर काल भैरव रूप की पूजा करें.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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